नाथ के रथ को रोक रहे उन्हीं के सारथी  (सचिन नाथ) भोपाल।

नाथ के रथ को रोक रहे उन्हीं के सारथी 
(सचिन नाथ) भोपाल।
मध्यप्रदेश में सरकार बनाने की रेस में बेजान पड़ी प्रदेश कांग्रेस में कमलनाथ ने अध्यक्ष बन ऐसी जान डाली जिसने सरकार बनाकर ही दम लिया। लेकिन सरकार बनते ही मात्र आठ माह में ही कांग्रेस की सांसें फूलने लग गईं। कमलनाथ सीएम बनते ही अपनी ख्याति के अनुरूप कार्य करने लगे। अपने वचन पत्र के 83 वचन मात्र 83 दिनों में ही पूरे कर विकाश पुरुष का तमगा कमलनाथ पर लगने लगा। खस्ताहाल पड़ी प्रदेश की आर्थिक हालात के बावजूद कमलनाथ ने प्रदेश में कर्ज माफी कर अपनी कार्यशैली का लोहा मनवाया। देश के नम्बर वन सीएम की छाप भी कमलनाथ पर लगने लग गई। पर शायद कांग्रेस के नेताओं को यह रास नहीं आया। 
नाथ के तेज रफ्तार से दौड़ते विकास रथ को उन्हीं के सारथी रोकने का असफल प्रयास करने में जुटे हैं। विधायक- मंत्री पर जो गंभीर आरोप लग रहे हैं वह कांग्रेस के भविष्य के लिए अच्छे संकेत नहीं है। कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगाने वाले कोई और नहीं अपने ही हैं। बाहरी कोई भी नहीं है कांग्रेसी ही अपने घर में अपनों को ही आईना दिखा रहे हैं। गुटबाजी के लिए बदनाम प्रदेश कांग्रेस सरकार बनाने के बाद अपना असर दिखाने लग गई है। कांग्रेस के गुटाधीश जो सरकार बनने के पहले अपने-अपने बिलों में छुपकर बैठे थे। आज वो ही प्रदेश अध्यक्ष बनने के सपने देख रहे हैं। कांग्रेस नेताओं के आरोपों से विपक्ष को एक बड़ा मुद्दा मिल गया है। कांग्रेस नेताओं के बयानों ने सीएम कमलनाथ के कामों पर पानी फेर दिया है। विधानसभा चुनाव के समय जिस विजन को लेकर कमलनाथ ने प्रदेश कांग्रेस के गुटों में एका स्थापित किया था वह सत्ता को देखते ही सुख की आकांक्षा रखने लगा है और इसी के चलते हरेक सत्ता के मक्खन का स्वाद चखने को आतुर हो उठा है। कमलनाथ चाहते थे कि जैसे मुश्किलों से सत्ता हासिल हुई है उसे कांग्रेसी समझेंगे और एक मजबूत और स्थिर सरकार बनाने में उनका सहयोग करेंगे पर नाखुशों को शायद वह समझा नहीं पाए। या कहें कि ऐसे लोगों की संख्या कुछ अधिक है। लेकिन कमलनाथ को समझना आसान नहीं है वह राजनीति की इस सांप सीढ़ी के खेल के बेहतरीन खिलाड़ी हैं उनकी राह में जो भी आयेगा वह जहां से शुरू हुआ अपने को फिर वहीं पायेगा। कमलनाथ में जितना धैर्य और सहनशीलता है वह अन्य राजनेताओं में आमतौर से नहीं होती यही वजह है कि आने वाले समय म