गणेश मूर्ति बनाने वाले कमिश्नर से  किराए की दुकान की बात करेंगे  
गणेश मूर्ति बनाने वाले कमिश्नर से 

किराए की दुकान की बात करेंगे  

  इंदौर। शहर में गणेशोत्सव की तैयारियां होने लगी है। 2 सितम्बर को गणेश चतुर्थी है। गणेशजी की मूर्तियां बेचने के लिए कल 28 अगस्त को दुकानदार निगम कमिश्नर आशीष सिंह से मिलेंगे, ताकि समय पर दुकान लग सके। दुकानें अस्थायी तौर पर लगाई जाएगी। दुकानदार इसका निर्धारित किराया भी चुकाएंगे। 
  शहर में गणेशजी की 95 प्रतिशत मूर्तियां तैयार हैं। इनकी डिलीवरी का दौर भी शुरू हो गया। शहर के प्रमुख बाजारों व मार्गों में हजारों की संख्या में गणेशजी की मूर्ति बिक्री के लिए छोटी-बड़ी दुकानें संचालित होती है। कुछ दुकान बिना अनुमति सड़क पर लग जाती हैं, तो कुछ दुकानों के लिए निगम नियमानुसार अस्थाई अनुमति प्रदान करता है। पर्व अगले माह के प्रथम सप्ताह में है। इसमें पांच दिन बचे हैं। इसे देखते हुए दुकानदार जगह अधिग्रहण व चिन्हित करने में सक्रिय हो गए। शहर में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल की तरह इस साल भी इको फ्रेंडली मूर्तियों के क्रय विक्रय पर जोर दिया जा रहा है। सामाजिक संस्थाएं इस ओर तेजी से काम कर रही है। लेकिन, शहर की आबादी के मान से इको फ्रेंडली मूर्तियों से सबकी पूर्ति नहीं की जा सकती। यही कारण है कि अधिकांश लोग पीओपी की मूर्ति खरीदकर घर में स्थापित करते हैं। 
  शहर में हर साल 3 से 4 लाख मूर्तियां पीओपी की बनती है। सालभर कलाकार इसके निर्माण में लगा रहता है। करीब 25 हजार मूर्तियां ही इको फ्रेंडली होती है। इसमें सामाजिक संस्थान, जेल के बंदियों व अन्य लोगों द्वारा निर्मित होती है। हर साल जिला प्रशासन पीओपी निर्मित मूर्तियों के क्रय-विक्रय व निर्माण पर रोक के आदेश जारी कर कर्तव्य की इतिश्री कर लेता है, मगर एक भी स्थान से मूर्ति जब्त नहीं की जाती। गणेशोत्सव में मात्र 6-7 दिन है। अब तक प्रशासन ने कार्रवाई को लेकर सजगता नहीं दिखाई। यही कारण है कि मूर्तियों का परिवहन भी तेजी से हो रहा है।