84 रुपए किलो में दाल मिल मालिक  तुवर दाल प्रशासन को देने को राजी 

इंदौर। लॉक डाउन के चलते गरीब व मध्यमवर्गीय लोगों के भोजन की व्यवस्था नगर निगम कर रहा है। रोजाना हजारों लोगों को अनाज बांटने का क्रम जारी है। इसी बीच दाल मिल मालिकों ने जनहित में निर्णय लिया कि वे शहरवासियों के लिए तुवर दाल 84 रुपए किलो देंगे। इस संबंध में सभी 19 जोनों के झोनल अधिकारियों व जिला प्रशासन को खरीदी का मैसेज भी दिया गया है। 

  वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के बीच निगम का अमला  गरीब तबके के पेट की आग बुझा रहा है। अन्य लोगों को सुलभ व सस्ता अनाज मिल सके, इसके लिए डोर टू डोर चलने वाली कचरा गाड़ियों के माध्यम से राशन का आर्डर लेकर दूसरे दिन  डिलीवर भी कर रहे हैं। यह सिलसिला लॉक डाउन खत्म होने तक अनवरत चलता रहेगा। लॉक डाउन के चलते किराना की थोक दुकानें बंद हैं। निगम की ओर से चिन्हित किराना के रिटेलर को सामान उपलब्ध कराया जा रहा है। रिटेलर किराना वाले लोगों की मजबूरी का बेजा फायदा उठा रहे हैं। जो तुवर दाल लॉक डाउन के पहले 80 से 90 रुपए किलो में आसानी से बिक जाती थी, वही दाल 100 से 120 रुपए में बेची जा रही है। तुवर दाल ही नहीं, ये किराना दुकानदार अन्य खाद्य सामग्री भी महंगे दाम में बेचकर जमकर चांदी काट रहे हैं। यहां तक की आलू और प्याज के दाम भी दोगुने लेते हैं। पेट भरने के लिए आमजन आर्थिक शोषण का शिकार हो रहा है। नगर निगम के अपर आयुक्त और अनाज वितरण प्रभारी संदीप सोनी के मुताबिक दाल मिल वालों का मैसेज आया है, वे 84 रुपए किलो में देने पर सहमत हैं। मिलों से दाल लेकर किराना दुकानों तक पहुंचाई जाएगी। खाद्य सामग्री के अधिक दाम लेने वाले की शिकायत निगम कंट्रोल रुम में कर सकते हैं।