इंदौर। कलेक्टर मनीष सिंह ने स्पष्ट किया है कि शहर में सब्ज़ी का वितरण संक्रमण की संभावना को देखते हुए कठोरता के साथ प्रतिबंधित हैं। जो सब्ज़ी बेचते पाए जाएंगे वे कर्फ्यू आदेश का उल्लंघन करेंगे, उन्हें गिरफ़्तार करके जेल भेजे जाने की कार्यवाही की जाएगी। इस संबंध में प्रशासन द्वारा दृढ़तापूर्वक कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है।
कलेक्टर ने कहा है कि कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों के लिए शहर में अस्थाई जेल का नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। जो कोई भी रहवासी या व्यावसायिक व्यक्ति कलेक्टर के कर्फ्यू आदेश का उल्लंघन करेगा तो यह माना जाएगा कि वह कोरोना संक्रमण से शहर को बचाने के उपायों का विरोध कर रहा है, उसे धारा 107 (116) और 151 में गिरफ़्तार कर तब तक के लिए जेल भेजा जाएगा जब तक कर्फ्यू आदेश लागू रहेगा। कलेक्टर ने इंदौर के सभी व्यावसायिक व्यक्तियों और रहवासियों से कर्फ्यू और लॉक डाउन के आदेश का सख़्ती से पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि इस शहर को संक्रमण से बाहर निकालने के लिए यही एक उपाय है और किसी भी स्थिति में किसी भी व्यक्ति को इसका उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा। जिला दंडाधिकारी द्वारा पुलिस को इस संबंध में सख़्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
कलेक्टर ने कहा है कि यह प्रयास होगा कि बीमार लोगों का इलाज उनके घरों पर भी हो जाए और आवश्यकता पड़ने पर ही उन्हें अच्छे अस्पताल में भर्ती कराकर आठ-दस दिनों में उन्हें स्वास्थ करा दिया जाए। रानीपुरा, दौलतगंज, हाथी पाला, चम्पा बाग, नार्थ तोड़ा, साउथ तोड़ा और नयापुरा में लगभग 80 स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है। इन्हें साथ में दवाइयां भी दी गई है। इन कर्मचारियों का प्रशिक्षण नेहरू स्टेडियम में गत शाम कलेक्टर द्वारा सोशल डिस्टेंस के मापदंड का पालन करते हुए दिया गया था। कलेक्टर ने यह भी बताया है कि इसी क्रम में चंदन नगर, तंजीम नगर, आज़ाद नगर में भी प्रत्येक 200 घरों में एक आशा कार्यकर्ता और एक अन्य अर्थात दो सदस्यीय दल की नियुक्ति डॉक्टरों के नेतृत्व में की जाएगी।
सहयोग करें
शहर को संक्रमण से बचाने के लिए कोरोना प्रभावित क्षेत्र के प्रत्येक घर में रहवासी के स्वास्थ्य की चिंता अत्यंत आवश्यक हैं। प्रशासन उसी क्रम में संवेदनशील होकर सभी उपाय सुनिश्चित कर रहा है। इन क्षेत्रों के रहवासी और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से कलेक्टर ने अपील की है कि उनके द्वारा लगाए गए इन दलों को भरपूर सहयोग करें तथा कोरोना के संक्रमण से नहीं डरें। जिला प्रशासन का यह प्रयास रहेगा कि बीमार लोगों को घर पर रहते हुए ही ठीक कर लिया जाए, बहुत ज़रूरी होने पर ही उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाए।
कलेक्टर ने कहा है कि कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों के लिए शहर में अस्थाई जेल का नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। जो कोई भी रहवासी या व्यावसायिक व्यक्ति कलेक्टर के कर्फ्यू आदेश का उल्लंघन करेगा तो यह माना जाएगा कि वह कोरोना संक्रमण से शहर को बचाने के उपायों का विरोध कर रहा है, उसे धारा 107 (116) और 151 में गिरफ़्तार कर तब तक के लिए जेल भेजा जाएगा जब तक कर्फ्यू आदेश लागू रहेगा। कलेक्टर ने इंदौर के सभी व्यावसायिक व्यक्तियों और रहवासियों से कर्फ्यू और लॉक डाउन के आदेश का सख़्ती से पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि इस शहर को संक्रमण से बाहर निकालने के लिए यही एक उपाय है और किसी भी स्थिति में किसी भी व्यक्ति को इसका उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा। जिला दंडाधिकारी द्वारा पुलिस को इस संबंध में सख़्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
कलेक्टर ने कहा है कि यह प्रयास होगा कि बीमार लोगों का इलाज उनके घरों पर भी हो जाए और आवश्यकता पड़ने पर ही उन्हें अच्छे अस्पताल में भर्ती कराकर आठ-दस दिनों में उन्हें स्वास्थ करा दिया जाए। रानीपुरा, दौलतगंज, हाथी पाला, चम्पा बाग, नार्थ तोड़ा, साउथ तोड़ा और नयापुरा में लगभग 80 स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी लगा दी गई है। इन्हें साथ में दवाइयां भी दी गई है। इन कर्मचारियों का प्रशिक्षण नेहरू स्टेडियम में गत शाम कलेक्टर द्वारा सोशल डिस्टेंस के मापदंड का पालन करते हुए दिया गया था। कलेक्टर ने यह भी बताया है कि इसी क्रम में चंदन नगर, तंजीम नगर, आज़ाद नगर में भी प्रत्येक 200 घरों में एक आशा कार्यकर्ता और एक अन्य अर्थात दो सदस्यीय दल की नियुक्ति डॉक्टरों के नेतृत्व में की जाएगी।
सहयोग करें
शहर को संक्रमण से बचाने के लिए कोरोना प्रभावित क्षेत्र के प्रत्येक घर में रहवासी के स्वास्थ्य की चिंता अत्यंत आवश्यक हैं। प्रशासन उसी क्रम में संवेदनशील होकर सभी उपाय सुनिश्चित कर रहा है। इन क्षेत्रों के रहवासी और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से कलेक्टर ने अपील की है कि उनके द्वारा लगाए गए इन दलों को भरपूर सहयोग करें तथा कोरोना के संक्रमण से नहीं डरें। जिला प्रशासन का यह प्रयास रहेगा कि बीमार लोगों को घर पर रहते हुए ही ठीक कर लिया जाए, बहुत ज़रूरी होने पर ही उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाए।
जल्द व्यवस्थाएं बनेंगी
कलेक्टर ने बताया है कि नगर निगम के माध्यम से घर-घर जाकर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रचलित है। निगम प्रत्येक 1100 घरों पर एक किराना सप्लाईकर्ता नियुक्त कर रहा है। इसमें कुछ समस्याएं आ रही है जिन्हें अगले दो-तीन दिनों में दुरुस्त कर लिया जाएगा। जिला प्रशासन आवश्यक वस्तुओं को घर-घर तक पहुँचाने के लिए संकल्पित प्रयास कर रहा है।
कलेक्टर ने बताया है कि नगर निगम के माध्यम से घर-घर जाकर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रचलित है। निगम प्रत्येक 1100 घरों पर एक किराना सप्लाईकर्ता नियुक्त कर रहा है। इसमें कुछ समस्याएं आ रही है जिन्हें अगले दो-तीन दिनों में दुरुस्त कर लिया जाएगा। जिला प्रशासन आवश्यक वस्तुओं को घर-घर तक पहुँचाने के लिए संकल्पित प्रयास कर रहा है।