इंदौर के टीआई की कोरोना से मौत शासकीय सम्मान से अंतिम विदाई!

- पल्मोनरी एम्बुलिज्म के कारण उनके दिल की धड़कन बढ़ना भी कारण      

इंदौर। शनिवार-रविवार की दरमियानी रात करीब डेढ़ बजे जूनी इंदौर के टीआई देवेंद्र चन्द्रवंशी की मौत हो गई है। 31 मार्च को कोरोना पॉजेटिव पाए जाने के बाद उन्हें अरविंदो अस्पताल में इलाज के भर्ती कराया गया था। इसके बाद हाल के दिनों में ही उनकी कोरोना की दोनों रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके बाद आज उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया जाना था! लेकिन, बताया गया कि पल्मोनरी एम्बुलिज्म के कारण उनके दिल की धड़कन बढ़ गई, जिसके चलते उन्हें हार्ट अटैक आया।   

   वो दबंग भी था वो सभी की पसंद भी था। बदमाशो के लिये वो सिंघम था तो दोस्तो के लिए सच्चा दोस्त भी था। हर मुश्किलों को पार कर इंदौर में मध्यप्रदेश पुलिस का मान बढ़ाने वाला एक कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अफसर आज भले ही दुनिया से दूर चला गया हो! लेकिन, अपने महकमे और शहर के दिल मे वो हमेशा जिंदा रहेगा। इंदौर के इस कर्मवीर पुलिस यौद्धा की जिसने कोरोना को तो हरा दिया था, लेकिन विधि के विधान को वो पलट नही सका। हालांकि, कोरोना से इंदौर जाबांज पुलिस अफसर देवेंद्र चंद्रवंशी की कोई व्यक्तिगत जंग नही थी! बल्कि, वे तो कोरोना को हराने के लिए खुद की जिंदगी ही भूल गए थे। रविवार को रात के एक प्रहर में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया! आज दोपहर कोरोना से लड़ने वाले इस वीर यौद्धा को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद देवेंद्र चंद्रवंशी का रामबाग मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के साथ ही महकमे के लोग और उनका परिवार भी मौजूद था। सोशल डिस्टेंसिंग और पीपीई कीट की सुरक्षा में सभी मुक्तिधाम में मौजूद थे। इस दौरान डीआईजी हरिनारायणचारि मिश्र और आई जी विवेक शर्मा ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर जाबांज अफसर की बहादुरी और शहादत को नमन किया।

   कोरोना से लड़ते-लड़ते वीर योद्धा देवेंद्र कुमार चंद्रवंशी का निधन हो गया जिसके बाद राजकीय सम्मान के साथ रामबाग मुक्तिधाम पर अंतिम विदाई दी गई। अंतिम विदाई के समय ऐसा लग रहा था, मानो इंदौर की धड़कन कुछ देर के लिये थम गई हो। इधर, पुलिस परिवार को अपने सबसे कर्मठ साथी को खो देने का गम तो है! लेकिन, पुलिस परिवार ने ठान लिया है कि कोरोना को हराकर ही शहीद अफसर को सच्ची श्रद्धांजलि देंगे।
  जूनी इंदौर थाना प्रभारी देवेंद्र चंद्रवंशी काफी मिलनसार निरीक्षक के रूप में पहचाने जाते थे। लोगों से उनका रिश्ता नजदीकी था। एक साल से ज्यादा समय से वे जूनी इंदौर थाने का प्रभार संभाले हुए थे। इससे पहले वो द्वारकापुरी थाना प्रभारी भी रह चुके है। 2007 बैच के निरीक्षक देवेंद्र कुमार चंद्रवंशी ने अपने कार्यकाल में कई ऐसे कार्य किए है जिसके चलते उन्हें कई बार सम्मानित भी किया गया है। 

कोरोना से हुई मौत  

   मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जाड़िया ने कहा कि वे 18-19 दिन कोरोना से जंग लड़ रहे थे। रात 1 बजकर 30 मिनट पर उनका निधन हो गया। वही उन्होंने ये भी साफ किया कि जिस वक्त थाना प्रभारी को भर्ती कराया गया था तब उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजेटिव आई थी और इसलिए वो एक कोरोना पॉजेटिव मरीज थे। डॉ जाड़िया ने माना कि ये अलग बात है कि डिस्चार्ज करने के पहले दो जांच रिपोर्ट निगेटिव आ गई थी। उन्होंने बताया की तत्कालिक मृत्यु का कारण अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा पल्मोनरी एम्बुलिज्म बताया जा रहा है, जो कि कोरोना का एक कॉम्प्लिकेशन हो सकता है। टीआई के परिवार में उनकी पत्नि और बेटे को भी क्वांरन्टीन किया गया था। टीआई की मौत के कारण की वजह पर उठे विरोधाभास के बीच डॉ प्रवीण जाड़िया ने टीआई की मौत का कारण कोरोना मानते हुए 49वीं मौत की पुष्टि की है। भाजपा के पूर्व पार्षद की मौत भी कोरोना से हुई, जिसके बाद इंदौर में कोरोना से मरने वालों की संख्या 50 हो गई है।
शोक संवेदना व्यक्त की 
    इंदौर के डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र ने अपने महकमे की होनहार टीआई की मौत पर शौक जताया और कहा कि आज का दिन पुलिस परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति का दिन बताया। उन्होंने कहा कि बहादुर टीआई कोरोना की जंग में शहीद हुए है। उन्होंने कहा कि उनके परिवार की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा और हितों की देखभाल के लिए पूरा पुलिस परिवार कटिबद्ध है। उन्होंने बताया कि इस घड़ी में मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक महोदय ने गहरी संवेदना व्यक्त की है।
50 लाख और पत्नी को नियुक्ति 

   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पुलिस इंस्पेक्टर के निधन पर शोक जताया है। सरकार की और से 50 लाख रुपए की राशि व उनकी पत्नी को विभाग में उप निरीक्षक के पद पर नियुक्ति देने का ऐलान किया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ट्वीट कर देवेंद्र चंद्रवंशी के निधन पर दुःख जताया। उन्होंने लिखा कि इंदौर की हमारी पुलिस टीम के कर्तव्यनिष्ठ सदस्य, पूर्व थाना प्रभारी, निरीक्षक देवेंद्र कुमार ने कोरोना से जंग में कर्तव्य की बलिवेदी पर अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। अरविंदों अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था और हाल ही में उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आयी थी और ये हमारे लिए एक अच्छी खबर थी। लेकिन कल देर रात अचानक ही 2:00 बजे उनकी मृत्यु का दुःखद समाचार मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं उनके चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। इस संकट की घड़ी में मेरे साथ पूरा प्रदेश उनके साथ खड़ा है। शोकाकुल परिवार को राज्य शासन की ओर से सुरक्षा कवच के रूप में 50 लाख की राशि व उनकी पत्नी सुषमाजी को विभाग में उप निरीक्षक के पद पर नियुक्ति दी जा रही है।