सेंट्रल जेल के कैदियों ने दो  दिन में 2 हजार मास्क बनाए  
सेंट्रल जेल के कैदियों ने दो 

दिन में 2 हजार मास्क बनाए

  इंदौर। कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए जंग जारी है। इसी कड़ी में इंदौर की सेंट्रल जेल के कैदियों ने अपनी तरफ से एक अनूठी पहल करते हुए दो दिनों में ही कोरोना वायरस के बचाव में उपयोग होने वाले दो हजार मास्क बना डाले। कैदियों द्वारा मास्क बनाए जाने की जानकारी आम लोगों को मिली तो कई लोगों ने जेल के अधिकारियों से मास्क खरीदने के लिए सम्पर्क किया।

 शहर की कई बड़ी संस्थानों ने भी मास्क के लिए आर्डर दिया है। जेल अधिकारियों के अनुसार अगले सप्ताह से जेल कैम्पस के बाहर ही स्टाल लगाकर आम लोगों को मामूली शुल्क पर मास्क वितरित किए जाएंगे। वैसे तो जेल प्रशासन द्वारा कैदियों से जेल के अंदर ही 12 महीने काम कराया जाता है, मगर विशेष अवसर पर कैदी विशेष तरीके के आइटम भी तैयार करते हैं। इनमें नवरात्रि पर माताजी की मूर्तियां, गणेश चतुर्थी पर गणेशजी की मूर्तियां और दीपावली पर मां लक्ष्मी की प्रतिमा के अलावा आकर्षक दीए और अन्य सजावट के सामान शामिल हैं। कैदियों द्वारा तैयार किए गए माल की बिक्री शहर के सेंट्रल और ट्रेजर आईलैंड जैसे बड़े मॉल में भी प्रदर्शनी के माध्यम से की जाती है। विश्वभर में कोरोना वायरस का कहर छाया हुआ है। ऐसे में सेंट्रल जेल के कैदियों ने अपनी तरफ से अनूठी पहल करते हुए मात्र दो दिनों में ही दो हजार मास्क बना दिए। जेल अधीक्षक राकेश भांगरे के अनुसार कैदियों द्वारा मास्क तैयार किए जाने की जानकारी सामने आने के बाद कई लोगों ने मास्क खरीदी के लिए जेल के स्टाफ से सम्पर्क किया है। वहीं शहर के कुछ संस्थानों ने एक साथ 100 से 1000 तक मास्क खरीदने का ऑर्डर दिया है। जेल अधीक्षक के अनुसार एक सप्ताह में कैदियों द्वारा हजारों मास्क तैयार कर दिए जाएंगे, जिसके बाद जेल के बाहर स्टाल लगाकर 10 रुपए में इनकी बिक्री की जाएगी। कोरोना वायरस से बचाव के लिए जेल में उच्च क्वालिटी का कपड़ा और अन्य सामग्री की खरीदी की गई है। यह मॉस्क आम लोगो को मात्र 10 रुपए में दिया जाएगा।