वकीलों की हड़ताल, छह हजार प्रकरणों की सुनवाई टली
इंदौर। मंदसौर में आपसी विवाद में वकील की गोली मारकर हत्या के बाद प्रदेश में एक बार फिर एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग उठ गई है। वकीलों पर लगातार होते जानलेवा हमलों को लेकर प्रदेश के वकील पिछले करीब 10 वर्ष से एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग कर रहे हैं।
राज्य अधिवक्ता परिषद के आह्वान पर शुक्रवार इस मुद्दे पर विरोध स्वरूप प्रदेश के 85 हजार वकीलो न्यायालयीन कार्य से विरत रहे। इंदौर में भी करीब 5 हजार वकीलों ने काम नहीं किया। वकीलों द्वारा की गई काम बंदी के चलते सिर्फ जिला कोर्ट में ही करीब छह हजार प्रकरणों की सुनवाई नहीं हो सकी।भले ही वकीलों की सुरक्षा से जुड़े मुद्दे को लेकर काम नहीं किया गया, लेकिन वकीलों के इस निर्णय से सैकड़ों पक्षकारों को परेशानी का सामना करना पड़ा और उनके केसों की सुनवाई टल गई। सभी को आगे की तारीखें दी गई है। इंदौर जिला अभिभाषक संघ के पदाधिकारियो ने प्रोटेक्शन एक्ट की मांग को लेकर सुबह सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और संभागायुक्त कार्यालय में ज्ञापन सौंपा।