लूटपाट को रोकने के लिए सुपर  कॉरिडोर पर पुलिस सहायता केंद्र 
लूटपाट को रोकने के लिए सुपर 

कॉरिडोर पर पुलिस सहायता केंद्र

  इंदौर। शहर के अंतिम छोर सुपर कॉरिडोर पर शीघ्र ही पुलिस सहायता केन्द्र खोला जाएगा। बढ़ती वारदातों को रोकने की कवायद में यह कदम उठाया जा रहा है। अरविंदो हास्पिटल से शुरू हुआ कॉरिडोर का आखिरी सिरा बिजासन मंदिर के समीप खत्म होता है। 

  यह 11 किलोमीटर का मार्ग है। दिनभर वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। स्ट्रीट लाइट कुछ हिस्से में नहीं है। इसी का फायदा असामाजिक तत्व उठाते हैं। पिछले दिनों एक दम्पत्ति से कुछ बदमाशों ने चेन व नकदी लूट की वारदात को अंजाम दिया था। सुपर कॉरिडोर पर दो थाना क्षेत्रों एरोड्रम व बाणगंगा की सीमा लगती है। यही सीमा रेखा रिपोर्ट दर्ज कराने में पेंच फंसा देती है। दम्पत्ति के साथ लूट की वारदात के बाद दोनों थाना क्षेत्रों ने सीमा रेखा का हवाला देकर रिपोर्ट लिखने में आनाकानी की थी। थक-हारकर पीड़ित दम्पत्ति ने एसएसपी रुचिवर्धन मिश्रा को मामले से अवगत कराया था। वरिष्ठ अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद बाणगंगा पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया था। घटना स्थल के आसपास सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे होने से अभी तक लूट के आरोपी गिरफ्त में नहीं आ सके। लूट की घटना के बाद कॉरिडोर पर एक पुरानी कार खड़ी थी। कतिपय असामाजिक तत्वों ने कार को आग के हवाले कर दिया था। कार के मालिक का अभी तक पता नहीं चल सका। उस दौरान भी सीमा रेखा ने पेंच डाल दिया था। 
  सुपर कॉरिडोर पर गणेशोत्सव के दौरान उत्सव समिति के सदस्य टिगरिया बादशाह स्थित तालाब पर मूर्ति विसर्जित करने जाते हैं। गणेश उत्सव में यहां एक महिला की लाश बरामद की थी। महिला सदरबाजार थाना क्षेत्र की रहने वाली थी। कारीडोर पर तालाब होने से भी आएदिन घटना का अंदेशा बना रहता है। रात को इस मार्ग से आवाजाही असुरक्षित रहती है। हालांकि, दोनों थानों की पुलिस नियमानुसार रात्रि गश्त करती है। आसपास रहवासी क्षेत्र व व्यावसायिक प्रतिष्ठान होने से रात में अधिकांश लोग आना-जाना करते हैं, जो जान सांसत में लेकर निकलते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए दोनों थाना क्षेत्रों की सीमा रेखा पर पुलिस सहायता केन्द्र बनाया जाएगा, ताकि घटनाओं पर अंकुश लग सके। 
एसएसपी रूचिवर्धन मिश्र के मुताबिक सुपर कॉरिडोर पर रात में वारदातें होने की जानकारी मिली है। इसे देखते हुए शीघ्र ही पुलिस सहायता केन्द्र खोला जाना प्रस्तावित है। केन्द्र खुलने से आमजन को फायदा होगा। वारदातों पर अंकुश लगाने में भी आसानी रहेगी।