गांवों में घूमेंगे बिजली कंपनी के 'सहज भुगतान सेवा वाहन'
- लिया जाएगा भुगतान, हाथोंहाथ मिलेंगे रसीद, ग्रामीण के इंजीनियरों को सुधार के लिए चेताया
इंदौर। जिले के ग्रामीण क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं को बिजली बिल आसानी से और आन लाइन पदधति से भुगतान करने के लिए 6 विशेष वाहन चलाए जाएंगे। सहज भुगतान सेवा वाहन विशेष प्रकार से सजे होंगे, इसमें एमपी आन लाइन, एनआईसीटी के एजेंट भी रहेंगे। इन वाहनों से ऊर्जा विभाग एवं बिजली कंपनी की सेवा, सुविधाओं का प्रचार भी होगा।
यह बात मप्रपक्षेविविकं इंदौर के प्रबंध निदेशक विकास नरवाल ने रविवार शाम कही। वे पोलोग्राउंड मुख्यालय में इंदौर ग्रामीण वृत्त के इंजीनियरों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हर उपभोक्ता को हर माह बिल देना एवं हर माह देयकों की वसूली करना जरूरी हैं। इसलिए इंदौर ग्रामीण क्षेत्र के 500 गांवों के लिए यह इंतजाम किए जा रहे हैं। ये 6 वाहन सकारात्मक रूप से पे डेट या उससे पहले जाएंगे व भुगतान प्राप्त करेंगे। यदि भुगतान जमा नहीं कराया गया तो कर्मचारी तय वक्त बाद कनेक्शन विच्छेदित कर सकेंगे। इन वाहनों की शुरूआत दीवाली से पहले दूधिया, धरमपुरी, कनाडिया से की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्र में बेटमा का केश कलेक्शन सबसे अच्छा रहने पर बधाई दी गई। 8 अन्य इंजीनियरों, कर्माचारियों को कारण बताओ सूचना जारी करने के निर्देश दिए गए, वहीं गंभीर लापरवाही सामने आने पर अजनोद केंद्र के प्रभारी श्री विष्णु एस. प्रजापति को निलंबित किया गया। करीब 20 इलाकों के स्टाफ को अच्छा काम करने की अंतिम चेतावनी दी गई। श्री नरवाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के इंदौर देहात, महू, देपालपुर, पीथमपुर में वे स्वयं पहुंचेंगे। श्री नरवाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के कुल 2.67 लाख ग्राहकों में से 2 लाख से ज्यादा का भुगतान हर हाल में हर माह होना चाहिए। उन्होंने कृषि कनेक्शनों का लोड जांच उपरांत बढाने के निर्देश भी दिए। इंदौर ग्रामीण डिविजन का कार्यालय कुमेड़ी के पास बनाने पर विचार भी हुआ। बैठक में सीजीएम संतोष टैगोर, डायरेक्टर मनोज झंवर, आईडी संजय मोहासे, एसई कामेश श्रीवास्तव, अंतिम जैन, मानेंद्र गर्ग, टीसी चतुर्वेदी, आनंद अहिरवाल, राजेश माहोर, राजेश दुबे आदि मौजूद थे।