तीन साल बाद भी विजयनगर में  ही चल रहा उड़नदस्ता कार्यालय 
तीन साल बाद भी विजयनगर में 

ही चल रहा उड़नदस्ता कार्यालय 

इंदौर। परिवहन कार्यालय को नायता मुंडला में बनी नई बिल्डिंग में स्थानांतरित कर दिया गया, पर उड़नदस्ता कार्यालय अभी भी विजयनगर की जर्जर बिल्डिंग में ही चल रहा है। अब बहाना ये बनाया जा रहा है कि जब तक पहुँच मार्ग नहीं बन जाता, तब तक उड़नदस्ता कार्यालय को यहाँ नहीं लाया जा सकता! 

  विजयनगर में संचालित होने वाले परिवहन कार्यालय को वर्ष 2016 में 20 करोड़ की लागत से तैयार नई बिल्डिंग में स्थानांतरित कर दिया है। यह बिल्डिंग शहर से करीब 15 किलोमीटर दूर नायता मुंडला में है। विजयनगर में उडऩदस्ता कार्यालय संचालित हो रहा था। इसे भी नायता मुंडला में ही खोला जाना था। जानकारी के मुताबिक, अभी भी उडऩदस्ता कार्यालय विजयनगर की जर्जर बिल्डिंग में काम कर रहा है। एक ही स्थान पर वाहन चालकों के सारे काम पूरे हो जाएं, इसे देखते हुए नायता मुंडला में परिवहन संकुल का निर्माण किया गया था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। वाहन चालकों को दोनों काम के लिए अलग-अलग स्थानों पर जाना पड़ता है। कई बार नायता मुंडला के बाद विजयनगर में आना पड़ता है।

  आरटीओ विभाग के मुताबिक नायता मुंडला में उडऩदस्ता शाखा जब तक नहीं सेवा दे सकती, जब तक की वहां तक पहुंच मार्ग में सुधार हो सके। बारिश में नायता मुंडला तक जाना मुश्किल हो जाता है। कीचड़ व गंदे पानी से होकर आवाजाही करना मजबूरी बन गया है। तीन साल पहले 20 करोड़ से यह बिल्डिंग बनाई गई थी। लेकिन, पक्की सड़क मार्ग के निर्माण को लेकर निगम की सुस्ती बनी हुई है, जिसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। आरटीओ के एक कर्मचारी ने बताया कि लाखोंं रुपए प्रतिवर्ष टैक्स देने के बाद भी सड़क जैसी मूलभूत समस्या को हल तक नहीं किया जा सका, जो शर्मनाक है।