टीएनसीपी के दफ्तर में में दलाल सक्रिय  फाइलें बढ़ाने में रूचि, अधिकारी चुप! 
टीएनसीपी के दफ्तर में में दलाल सक्रिय 

फाइलें बढ़ाने में रूचि, अधिकारी चुप! 

इंदौर। नगर एवं ग्राम निवेश (टीएनसीपी) विभाग इन दिनों दलालों के कब्जे में आ गया है। यहां फाइलें बढ़ाने से लेकर एनओसी तक का सारा काम दलालों के माध्यम से चंद दिनों में हो जाता है। दिनभर ये दलाल कार्यालय में डटे रहते हैं, जिन्हें बाहर करना अधिकारी के बूते में नहीं है। 

   एबी रोड के शापिंग काम्प्लेक्स की प्रथम मंजिल पर नगर एवं ग्राम निवेश का कार्यालय हैं। यहां संयुक्त संचालक, उप संचालक, असिस्टेंट संचालक और उनके मातहत बैठते हैं। संयुक्त संचालक के पास धार जिले का भी प्रभार होने से वे अधिकांश समय दफ्तर में नहीं रहते। इसी का सीधा फायदा दलाल उठा रहे हैं। कालोनाइजर द्वारा एनओसी व टीएनसीपी के लिए लाए जाने वाले काम दलाल अपने हाथ में ले लेते हैं। ये दलाल कार्यालय में पदस्थ महिला व पुरुष कर्मचारी के पास दिनभर बैठे रहते हैं। आश्चर्य की बात है कि दो बड़े अधिकारियों के बैठे होने के बावजूद दलाल फाइलों को आगे बढ़ाने में अपना दखल रखते हैं। सूत्रों की मानें तो अधिकांश फाइलें बगैर दलाल के आगे नहीं बढ़ती। दलाल जो पैसा आवेदक से लेते हैं, उसका हिस्सा नीचे संचालित होने वाली दुकानों पर बैठकर किया जाता है। यही नहीं, एवजी भी फाइलों को आगे बढ़ाने में अधिकारियों की जेब गरम करा रहे हैं। ये दलाल जनप्रतिनिधियों के समर्थक हैं, जो अपने आकाओं के बल पर दिनभर यहां बैठे रहते हैं। यही कारण है कि ट्रांसफर अथवा कार्रवाई के डर से दलाल को बाहर का रास्ता दिखाने में अधिकारी रुचि नहीं लेते। विदित रहे, यहां के भ्रष्ट अधिकारियों पर पूर्व में लोकायुक्त का छापा पड़ चुका है। बड़ी मात्रा  में अधिकारी के पास पैसा मिला है। इसके बावजूद भ्रष्ट अधिकारी यहां दलालों के माध्यम से पैसा वसूलने में कोई कसर बाकी नहीं रख रहे।