सोयाबीन की फलियों में फंगस
पौधे की जड़ें भी गलने लगी!
इंदौर। लगातार हो रही बारिश के कारण संभाग में सोयाबीन की फसल को भारी नुकसान हो रहा है। किसानों का मानना है कि अगर 2-3 दिन में धूप नहीं निकली तो पूरी फसल बर्बाद हो जाएगी। इंदौर जिले में सोयाबीन का रकबा 2 लाख 13 हजार हेक्टेयर है जबकि मक्के का रकबा लगभग 8 हजार हेक्टेयर है।
सांवेर तहसील के गांव कनाड़िया के किसानों ने बताया कि सोयाबीन की फसल 70 से 80 प्रतिशत तक खराब हो चुकी है। अगर इस सप्ताह भी मौसम का यही हाल रहा तो नुकसानी का प्रतिशत 80 से 85% हो जाएगा। ज्यादा पानी बरसने से सोयाबीन की फली में फंगस लग गई है। फली काली पड़ गई है। निचले क्षेत्रों में जहां खेतों से पानी नहीं निकल रहा है वहां जड़े खराब हो गई है। यानी सोयाबीन के पौधे पर दोनों तरफ से मार है। दरअसल हल्की बारिश या फुहारें भी पड़ती है तो फली में नमी रहेगी और नुकसान होगा। देवगुराड़िया के पास सनावदिया के एक किसान के मुताबिक खेतों में पानी के कारण सोयाबीन के पौधे और जड़ का संपर्क ही खत्म हो गया है। इसके अलावा मक्का की फसल भी खराब हो रही है। सब्जियों तो पूरी तरह बर्बाद हो गई है। धामनोद के आसपास कपास की फसल को नुकसान हुआ है। डिप्टी डायरेक्टर (एग्रीकल्चर) विजय चौरसिया ने बताया कि हम खेतों पर नजर रख रहे हैं। लगातार पानी गिरने से फली पर कुछ असर होने की सूचनाएं हैं। हमारे सहयोगी खेतों तक पहुंचकर नजर रखे हुए हैं। सोयाबीन के लिए धूप निकालना जरूरी है। अभी नुकसानी की कोई रिपोर्ट नहीं आई है।