फसलों के साथ अन्य संपत्तियों के  नुकसान की भरवाई का काम जल्द  
फसलों के साथ अन्य संपत्तियों के 

नुकसान की भरवाई का काम जल्द 

-  मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा की 

इंदौर। केंद्रीय मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष सामान्य से बहुत अधिक बरसात हो चुकी है। प्रदेश में अब तक 1183 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है जो औसत से 33 प्रतिशत अधिक है। अधिक वर्षा से प्रदेश के कुछ जिले कम प्रभावित हुए हैं तो कहीं अधिक नुकसान हुआ है। हमने तीन माह पहले ही बरसात से निपटने की तैयारी कर ली थी जिसके चलते बहुत नियंत्रण कर लिया है। हम सिर्फ बात नहीं कर रहे हैं है, फसलों के नुकसान की भरपाई के लिए काम शुरू हो चुका है। 
  यह बात प्रदेश के मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही। उन्होंने बताया कि बरसात से फसलों के अलावा लोक निर्माण विभाग की सड़कों, ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों और शहर की सड़कों को भी नुकसान हुआ है। अतिवृष्टि के लिए राहत कार्य के साथ ही शासन ने प्रदेश में हुए नुकसान की गणना भी शुरू कर दी है। फसलों को नुकसान को लेकर हमने एक सप्ताह पहले से काम शुरू कर दिया है और रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजने के लिए आगामी 20 सितंबर को केंद्र सरकार के अधिकारियों का दल निरीक्षण के लिए आएगा। फिलहाल वे दो संभागों में फसल नुकसान का अध्ययन करेंगे, उसके बाद जल्दी ही प्रदेश के अन्य जिलों में भी फसलों के नुकसान की गणना कर किसानों को राहत दी जाएगी। किसानों को समय पर राहत मिले और किसान परेशान नहीं हो इसके लिए मु यमंत्री ने टाइम लिमिट तय की है। आपने बताया कि प्रदेश में 8000 करोड़ की फसलों को नुकसान हुआ है। 
ड़कों की मरम्मत शीघ्र 
  मुख्य सचिव ने कहा कि फसलों के अलावा अन्य विभागों की संपत्तियों को भी नुकसान हुआ है। शहरों तथा ग्रामीण एजेंसियों की सड़कों के अलावा लोक निर्माण विभाग की सड़कों को भी नुकसान हुआ है। पहले इस काम के लिए 25 -30 दिन लग जाते थे। इस बार प्रदेश सरकार ने यह काम शुरू कर दिया और शीघ्र ही सड़कों की मरम्मत का काम शुरू हो जाएगा। पहले की सरकारों में बरसात में उखड़ी सड़कों को बनाने में महिनों लगते थे, इस बार छोटी-छोटी मर मत का काम सितंबर बाद शुरू हो जाएगा। 
31 लाख का फसल बीमा
   सरकार की फसल बीमा योजना को लेकर मु य सचिव ने बताया कि इस वर्ष भी किसानों ने फसल बीमा योजना के तहत अब तक 31 लाख किसानों ने फसल बीमा करवाया है। पिछले वर्ष कुल 33-34 लाख किसानों ने फसल बीमा करवाया था। इस वर्ष यह आंकड़ा बढ़ जाएगा।