नगर निगम एक बड़े स्कूल से पूरा  सम्पत्तिकर कर नहीं वसूल पाई,  गोविन्द राठौर 
नगर निगम एक बड़े स्कूल से पूरा 

सम्पत्तिकर कर नहीं वसूल पाई 

गोविन्द राठौर

इंदौर। नगर निगम के राजस्व विभाग द्वारा 1500 वर्गफीट पर तीन मंजिल बने तीन मंजिला भवन में चल रही स्कूल का संपत्तिकर मात्र 1200 वर्गफीट निर्माण का लिया! जबकि, इस प्लॉट पर चार हजार वर्गफीट पक्का निर्माण किया गया है। 

  मामला झोन क्रमांक 15 के वार्ड क्रमांक 71 का है। वार्ड 71 अंतर्गत उषा नगर के प्लॉट क्रमांक 623 के 1500 वर्गफीट के प्लाट का वित्तिय वर्ष 2004-05 से संपत्तिकर लिया जा रहा है। इस संपत्ति का खाता कब खोला गया इसकी जानकारी नहीं है! लेकिन, टैक्स कई वर्षो से लिया जा रहा है। वर्तमान में भी उक्त भूखंड पर बने भवन का एक मंजिला 1200 वर्गफीट पक्के निर्माण का आवासीय टैक्स लिया जा रहा है, जबकि यहां मौके पर पूरे 1500 वर्गफीट पर दो मंजिला तथा तिसरी मंजिल पर भी आधे से अधिक निर्माण है। इस पूरे भवन में स्कूल संचालित किया जा रहा है। कुल मिलाकर 4000 वर्गफीट के आरसीसी निर्माण और व्यवसायिक उपयोग के भवन का मात्र 1200 वर्गफीट आवासीय कर लेकर नगर निगम को चूना लगाया जा रहा है। हांलाकि, इस मामले में झोन के सहायक राजस्व अधिकारी खरे का कहना है कि संपत्ति मालिक पार्वती बाई कन्हैयालाल फरक्या को नोटिस दिया है, लेकिन वे टैक्स पूरा जमा नहीं कर रहे हैं। 
   झोन क्रमांक में राजस्व वसूली के मामले में वार्ड 71 के अलावा वार्ड क्रमांक 72, 73 एवं 83 में भी जमकर गड़बड़ी की गई है। वार्ड 83 में अन्नपूर्णा मंदिर के सामने एक चार मंजिला अस्पताल से  स्कूल की तरह ही एक चौथाई टैक्स लिया है जबकि तीन चौथाई राशि का अस्पताल संचालक को लाभ पहुंचाया है। इसी तरह गुमास्ता नगर एवं योजना 71 के खातों में गड़बड़ी की गई है। उषा नगर के उक्त खाते को लेकर जब झोन क्रमांक 15 के एआरओ सुरेन्द्र खरे से बात की गई तो उनका कहना है कि संपत्ति मालिक फरक्या को नोटिस तो दिया है। लेकिन, वे टैक्स जमा नहीं कर रहे हैं। यदि इसी तरह संपत्ति मालिकों की मनमानी के आगे राजस्व कर्मचारी- अधिकारी लाचार रहेंगे तो कर कैसे वसूल होगा।