मुख्यमंत्री ने 7500 करोड़ की इंदौर मेट्रो  रेल परियोजना का शिलान्यास किया 

मुख्यमंत्री ने 7500 करोड़ की इंदौर मेट्रो 

रेल परियोजना का शिलान्यास किया


 - मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मेट्रो प्रोजेक्ट को उज्जैन और पीथमपुर तक ले जाना है  
 इंदौर। प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज प्रातः बहुप्रतीक्षित इंदौर मेट्रो रेल परियोजना का भूमिपूजन कर शिलान्यास किया। इस मेट्रो प्रोजेक्ट की कुल लागत 7500.80 करोड़ रूपए होगी। एमआर-10 पर टोल नाके के पास इंदौर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का शिलान्यास समारोह सम्पन्न हुआ। खजराना गणेश मंदिर के मुख्य पुजारी अशोक भट्ट 11 पुजारियों के साथ मेट्रो के शिलान्यास को लेकर पूजा संपन्न कराई। 

  प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास किया। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन किया गया। इंदौर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के पहले चरण की लागत लगभग 7500 करोड़ रुपए है। प्रस्तावित मेट्रो रेल बंगाली स्क्वायर से नैनोद, भँवरासला स्क्वायर, रेडिसन स्क्वायर होते हुए जाएगी। अंडरग्राउंड सेक्शन की प्रस्तावित लंबाई 7.11 किलोमीटर रहेगी एवं प्रस्तावित स्टेशनों की संख्या 29 होगी। गांधीनगर से इंदौर रेलवे स्टेशन का एलिवेटेड सेक्शन का कार्य 31 दिसंबर 2022 तक पूर्ण होगा। अंडरग्राउंड सेक्शन इंदौर रेलवे स्टेशन से गांधी नगर का कार्य 31 जुलाई 2023 तक पूर्ण होगा। डिपोट लाइन का कार्य 28 फरवरी 2023 तक पूर्ण होगा और सिस्टम लाइन का कार्य 31 अगस्त 2023 को पूर्ण होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मेट्रो प्रोजेक्ट को उज्जैन और पीथमपुर तक ले जाना है। सरकार की योजना इंदौर और भोपाल को मेट्रोपॉलिटन एरिया बनाने की है। शहर का विस्तार होने के बाद सभी बड़े सरकारी ऑफिस भी शहर से बाहर ले जाए जाएंगे। 

   मुख्यमंत्री कमलनाथ आज सुबह 10.30 बजे आधारशिला स्थल पर पहुंचे। इंदौर जिले के प्रभारी और गृहमंत्री बाला बच्चन, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, लोक निर्माण मंत्री सज्जनसिंह वर्मा, महापौर मालिनी गौड़, सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, संजय शुक्ला और विशाल पटेल भी विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।

चार साल में पूरा होगा काम
  यह प्रोजेक्ट एयरपोर्ट से शुरू होकर सुपर कॉरिडोर, एमआर-10 ब्रिज कुमेड़ी, चंद्रगुप्त चौराहा, सुखलिया, विजय नगर, रेडिसन चौराहा, रिंग रोड, बंगाली चौराहा, पलासिया, हाई कोर्ट, रीगल तिराहा, कोठारी मार्केट, राजवाड़ा होते हुए बड़ा गणपति, कालानी नगर और वापस एयरपोर्ट पर पहुंचेगाइस तरह लगभग 31.5 किलोमीटर का यह रूट एक रिंग बनाएगा। इसमें 29 स्टेशन प्रस्तावित हैं। इसमें छह स्टेशन अंडरग्राउंड हैं। इस रूट का काम लगभग चार साल में पूरा होगा। इसमें गांधी नगर से इंदौर रेलवे स्टेशन के एलिवेटेड सेक्शन का कार्य 31 दिसंबर 2022 तक पूरा होगा, जबकि रेलवे स्टेशन से गांधी नगर तक अंडरग्राउंड सेक्शन का कार्य 31 जुलाई 2023 तक पूरा होगा। डिपो लाइन का कार्य 28 फरवरी 2023 तक और सिस्टम लाइन का कार्य 31 अगस्त 2023 तक पूरा होगा।