मुख्य सचिव की अध्यक्षता में उच्च  स्तरीय संभागीय समीक्षा बैठक  - मिलावट के विरूद्ध चल रहे अभियान को और प्रभावी बनाने के निर्देश
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में उच्च 

स्तरीय संभागीय समीक्षा बैठक 
- मिलावट के विरूद्ध चल रहे अभियान को और प्रभावी बनाने के निर्देश
  इंदौर। मुख्य सचिव सुधीरंजन मोहंती ने इंदौर में अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मिलावट के विरूद्ध चल रहे अभियान को और अधिक प्रभावी और परिणाममूलक बनाएं। इस अभियान में ऐसी कार्रवाई करें, जिससे दोषी दंडित तो हो ही, साथ ही इसका सकारात्मक परिणाम भी दिखाई दे। आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम को और अधिक जनोन्मुखी बनाया जाए। इस अभियान को आमजन के नजदीक तक ले जायें। उनकी दिन-प्रतिदिन की छोटी-मोटी समस्याओं को निराकरण भी हाथोंहाथ हो।

  उन्होंने बताया कि 'आपकी सरकार-आपके द्वार' कार्यक्रम के अन्तर्गत अब गाँव-गाँव शिविर लगाए जाएँ। रबी मौसम के दौरान कृषकों की कृषि आदानों की जरूरतों का आंकलन कर उनकी माँग के अनुसार खाद-बीज सहित अन्य कृषि आदान उपलब्ध कराने के लिए जिला स्तर पर कार्ययोजना बनाकर उसका प्रभावी क्रियान्वयन हो। संभाग के जिलों में अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में सूक्ष्मता के साथ सर्वे किया जाये। प्रभावितों को समय पर राहत राशि वितरण की व्यवस्था की जाए। मुख्य सचिव इंदौर में उच्च स्तरीय संभागीय समीक्षा बैठक को  सम्बोधित कर रहे थे। इस बैठक में संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी, प्रमुख सचिव गृह, जेल एवं परिवहन एसएन मिश्रा, प्रमुख सचिव कृषि अजीत केसरी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पल्लवी जैन गोविल, प्रमुख सचिव राजस्व मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति नीलम शमी राव,  सचिव खनिज एनएस परमार, संचालक आदिम जाति क्षेत्रीय विकास योजना राकेश सिंह, संचालक औषधि प्रशासन रविंद्र सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
   बैठक में उन्होंने इंदौर संभाग में वर्षा की स्थिति, आपदा राहत प्रकरणों की स्थिति, राजस्व प्रकरणों के निराकरण, खाद की उपलब्धता एवं फसल की स्थिति, खाद्य पदार्थों में मिलावट के विरूद्ध की गई कार्रवाई, अवैध खनन एवं भण्डारण पर की गई कार्रवाई, वनाधिकार पट्टों के निराकरण की स्थिति आदि की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान संभाग आयुक्त ने उक्त विषयों में इंदौर संभाग में हुए कार्यों और गतिविधियों की जानकारी दी। बैठक में मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि जनप्रतिनिधियों का पूरा सम्मान रखा जाए। मिलावट के विरुद्ध चल रहे अभियान की समीक्षा के दौरान उन्होंने बताया कि इस अभियान को राष्ट्रव्यापी सराहना मिल रही है। प्रदेश में इस अभियान के तहत सभी जगहों पर प्रभावी कार्रवाई हुई हैं। उन्होंने कहा कि यह अभियान रुकना नहीं चाहिए। इस अभियान में और अधिक प्रभावी कार्रवाई की जाए। मिलावटखोरों को किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जाए। अभियान में रस्म अदायगी की कार्रवाई नहीं करें, बल्कि कार्रवाई को प्रभावी और परिणाम मूलक बनाया जाए।

  श्री मोहन्ती ने इंदौर संभाग में वर्षाजनित तथा अन्य संक्रामक बीमारियों के रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि संभाग में चिकनगुनिया, डेंगू तथा स्वाइन फ्लू पर नियंत्रण के सभी एहतियाती उपाय सुनिश्चित किए जाएं। प्रशासन सजगता एवं सतर्कता रखें। नागरिकों को जागरूक बनाएं। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना की राशि भी निर्धारित समय सीमा में देने के निर्देश दिए। बैठक में निर्देश दिए गए कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिया जाए। किशोरियों को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाया जाए। आयु परिवर्तन के साथ होने वाली शारीरिक बदलाव के प्रभावों के प्रति उन्हें जागरूक बनाया जाए। स्वच्छता के संबंध में सेनेटरी नैपकिन के उपयोग को प्रोत्साहित किया जाए। अधिकारियों से उन्होंने कहा कि वे अपने मूल दायित्वों के साथ-साथ सामाजिक दायित्व का निर्वहन भी करें। सामाजिक दायित्वों का निर्वाह हमारी प्राथमिक जवाबदारी है।