जीतू ने माफ़ी नहीं मांगी तो 3  अक्टूबर से पटवारी हड़ताल! 
जीतू ने माफ़ी नहीं मांगी तो 

अक्टूबर से पटवारी हड़ताल!

  इंदौर। कमलनाथ सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने दो दिन पहले सार्वजनिक मंच से राजस्व विभाग के सभी पटवारियों को रिश्वतखोर कहा था। इसके खिलाफ आज पटवारी संघ लामबंद हो गया। उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री से माफी मांगने की मांग करते हुए तीन दिन का सामूहिक अवकाश लिया। उन्होंने कहा कि यदि मंत्री ने माफी नही मांगी तो 3 अक्टूबर से प्रदेश में पटवारी हड़ताल पर चले जाएंगे। 

    इंदौर में मध्यप्रदेश पटवारी संघ के बैनर तले रैली निकाली और कलेक्ट्रेट का घेराव कर ज्ञापन सौंपकर पटवारी से माफी मांगने की मांग की। मंत्री पटवारी द्वारा माफी नहीं मांगने पर पटवारियों ने 3 अक्टूबर से प्रदेशव्यापी हड़ताल पर जाने की धमकी दी है। इस आंदोलन में कई पटवारियों ने भाग लिया। पटवारी संघ के अध्यक्ष अशोक बाजपेई ने कहा कि अभी तो हम तीन दिन का सामूहिक अवकाश ले रहे हैं। इसके बाद भी यदि मंत्री ने सार्वजनिक मंच से अपने बयान पर माफ़ी नहीं मांगी तो फिर प्रदेशभर में हड़ताल की जाएगी। पटवारियों के सामूहिक अवकाश से किसानों की अतिवर्षा से फसल ख़राब होने का सर्वे प्रभावित हुआ है। किसानों को मुआवजे का भुगतान सर्वे रिपोर्ट के बाद ही होगा।  




 




  उल्लेखनीय है कि शनिवार को रंगवासा में आयोजित 'आपकी सरकार-आपके द्वार' कार्यक्रम ने जीतू पटवारी ने कहा था कि कलेक्टर साहब, आपके 100 फीसदी पटवारी रिश्वत लेते हैं। इन पर आप लगाम कसिए। उन्होंने कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव से कहा कि हाथ जोड़ने के बाद अनुरोध से भी यह काम करने के लिए नहीं मानते हैं। पटवारी ने लोगों से कहा कि रिश्वत लेना और देना दोनों अपराध है। कोई मांगे तो आप इसे मना करें और काम करवाएं। यदि आवेदन के बाद भी काम नहीं होता है तो आप मुझे बताएं। कोई किसान ऊपर का पैसा दे रहा है तो वह गलत कर रहा है, उसकी भी जिम्मेदारी है। रिश्वत लेने वाला दोषी है तो देने वाला भी दोषी है। थोड़ा लड़ो, नेताओं को भी झंझोड़ो, चार बात सुनाओ, क्योंकि आपके वोट की कीमत है।