इंदौर में गणेश प्रतिमाओं के रंगारंग विसर्जन की परंपरा ![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgd3CN6EypeHJIgmSfQo-JBu4UdTJw9JnDEgbUrYlnYZFhMa87B7h1M8GJg5GBUyhRiPvQm6q0MBjX1saXESsKhrY9gNkFLMvPGsd6XuBD8KrCXAm8LOglPx304OrcAv2PlI_g3DqSo8gk/)
बरसों पुरानी है। जब इंदौर में कपडा मिलें थीं, तब मिल मजदूरों और प्रबंधन के सहयोग से झांकियां बनाई जाती थी और लोग रातभर इन झांकियों को देखने के लिए रतजगा करते थे। कपडा मिलों के बंद होने के बाद भी जनसहयोग से और उसी नाम से ये परंपरा बरक़रार है। अब सामाजिक संगठन, नगर निगम और इंदौर विकास प्राधिकरण भी इसमें शामिल होकर झांकिया निकालने लगे। इस बार बारिश के कारण झाकियों की रंगत कुछ फीकी रही, पर समय पर झांकियां निकलकर बाहर आ गईं।
इंदौर में गणेश प्रतिमाओं के रंगारंग विसर्जन की परंपरा