दो रैनबसेरों पर सब्जियां नहीं
बनी, खराब सब्जियां फेंक दी
इंदौर। शहर में तीन साल पहले शुरू की दीनदयाल रोटी योजना के तहत सोमवार को दो रैनबसेरों में सब्जियां नहीं बन सकी। बारिश के चलते कर्मचारी खराब सब्जियां लेकर खजराना स्थित अन्नक्षेत्र पहुंच गया, जो बाद में फिंकवा दी गई। यहां रोजाना 1000 रुपए की सब्जी आती है।
इंदौर। शहर में तीन साल पहले शुरू की दीनदयाल रोटी योजना के तहत सोमवार को दो रैनबसेरों में सब्जियां नहीं बन सकी। बारिश के चलते कर्मचारी खराब सब्जियां लेकर खजराना स्थित अन्नक्षेत्र पहुंच गया, जो बाद में फिंकवा दी गई। यहां रोजाना 1000 रुपए की सब्जी आती है।
महापौर मालिनी गौड़ ने वर्ष 2016 में गंगवाल बस स्टैंड पर दीनदयाल रोटी योजना शुरू की थी। प्रारंभिक दिनों में योजना के तहत सरवटे बस स्टैंड, गंगवाल बस स्टैंड़ व झाबुआ टॉवर स्थित रेैनबसेरों में शुरू की गई। पिछले दिनों सरवटे बस स्टैंड स्थित रैनबसेरा बंद कर दिया गया है, क्योंकि सरवटे बस स्टैंड का नवनिर्माण किया जा रहा है। शेष दो रैनबसेरों में वहां रात्रि विश्राम करने वालों व अन्य लोगों को 5 रुपए में भोजन परोसा जाता है। भोजन में दाल, रोटी, चावल और एक सब्जी रहती है। यह भोजन खजराना स्थित अन्नक्षेत्र से तैयार होकर आता है। भोजन वितरण का समय सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक रहता है। गुणवत्ता वाला भोजन परोसे जाने से खाने वालों का आंकड़ा 1000 तक पहुंच गया है। रोजाना निगम का इस पर लाखों रुपए खर्च होते हैं। हालांकि, सामाजिक संगठनों ने भी अब निगम के इस काम में सहयोग देना शुरू कर दिया है। अन्नक्षेत्र में भोजन तैयार होने के बाद उसे दोनों रैनबसेरों तक पहुंचाया जाता है। अन्नक्षेत्र का कर्मचारी आज 50 किलो सब्जी लेकर पहुंचा। इसमें कई सब्जियां खराब थी, जो देखने के बाद फेंक दी गई। दोनों रैनबसेरों को केवल दाल चावल ही परोसे जाएंगे।