5 हज़ार का इनामी फरार तस्कर गिरफ्तार
इंदौर। एसटीएफ की टीम ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय दुर्लभ तेंदुए की बेशकीमती खाल सहित एक फरार तस्कर को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी का नाम गफ्फार उर्फ़ भय्यू पिता अब्दुल रशीद है। आरोपी पर वन विभाग ने पांच हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था।
एसपी एसटीएफ इंदौर पद्मविलोचन शुक्ल ने बताया कि आरोपी के पास से किंग लियोपार्ड दुर्लभ प्रजाति के तेंदुए की खाल बरामद हुई है, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेशकीमती है। शुक्ल के अनुसार तंत्र मंत्र एवं एंटिक आइटम के रूप में इसका उपयोग किया जाता है। इसके तीन साथी शाकिर मौलाना निवासी देवास, शिवा बाबा निवासी सेंधवा और बलदेव उर्फ बल्लू निवासी सेंधवा पहले ही पकड़ा चुके हैं। एसपी शुक्ल ने बताया कि सीबीआई महाराष्ट्र यूनिट द्वारा महाराष्ट्र में टाइगर, लियोपार्ड के शिकार के बाद खाल और अवशेष की तस्करी मध्य प्रदेश में किए जाने की सूचना दी गई थी। सूचना के बाद टीम ने फरार आरोपी को गिरफ्तार किया। वह अपने परिवार से मिलने घर आया था। पूछताछ करने पर उसने अपने पास तेंदुए की खाल होना स्वीकार किया, जिसे बरामद किया गया। प्राथमिक अनुसंधान व वाइल्ड लाइफ जानकरों से पता करने पर पाया कि उक्त लियोर्पोड दुर्लभ किस्म का है। उक्त तेंदुआ मेलानिस्टिक तेंदुआ है, जो पश्चिम घाट में पाया जाता है। यह जंगल में भ्रमण करता हुआ आया था, इसे संभवत: सेंधवा व महाराष्ट्र के मध्य के जंगलों में मारा गया था। एक साल पहले वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए कुछ आरोपियों को तेंदुए के नाखून एवं पंजे के साथ पकड़ा था, लेकिन मुख्य आरोपी गफ्फार उर्फ भय्यू खाल सहित फरार हो गया था। गिरफ्तार आरोपी को वन विभाग को सुपुर्द किया गया है।
एसपी एसटीएफ इंदौर पद्मविलोचन शुक्ल ने बताया कि आरोपी के पास से किंग लियोपार्ड दुर्लभ प्रजाति के तेंदुए की खाल बरामद हुई है, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेशकीमती है। शुक्ल के अनुसार तंत्र मंत्र एवं एंटिक आइटम के रूप में इसका उपयोग किया जाता है। इसके तीन साथी शाकिर मौलाना निवासी देवास, शिवा बाबा निवासी सेंधवा और बलदेव उर्फ बल्लू निवासी सेंधवा पहले ही पकड़ा चुके हैं। एसपी शुक्ल ने बताया कि सीबीआई महाराष्ट्र यूनिट द्वारा महाराष्ट्र में टाइगर, लियोपार्ड के शिकार के बाद खाल और अवशेष की तस्करी मध्य प्रदेश में किए जाने की सूचना दी गई थी। सूचना के बाद टीम ने फरार आरोपी को गिरफ्तार किया। वह अपने परिवार से मिलने घर आया था। पूछताछ करने पर उसने अपने पास तेंदुए की खाल होना स्वीकार किया, जिसे बरामद किया गया। प्राथमिक अनुसंधान व वाइल्ड लाइफ जानकरों से पता करने पर पाया कि उक्त लियोर्पोड दुर्लभ किस्म का है। उक्त तेंदुआ मेलानिस्टिक तेंदुआ है, जो पश्चिम घाट में पाया जाता है। यह जंगल में भ्रमण करता हुआ आया था, इसे संभवत: सेंधवा व महाराष्ट्र के मध्य के जंगलों में मारा गया था। एक साल पहले वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए कुछ आरोपियों को तेंदुए के नाखून एवं पंजे के साथ पकड़ा था, लेकिन मुख्य आरोपी गफ्फार उर्फ भय्यू खाल सहित फरार हो गया था। गिरफ्तार आरोपी को वन विभाग को सुपुर्द किया गया है।