'टेक्नोलॉजी से पुलिस विभाग को इन्वेस्टिकेशन  करने में काफी सरलता के साथ सफलता मिली!'  
'टेक्नोलॉजी से पुलिस विभाग को इन्वेस्टिकेशन 

करने में काफी सरलता के साथ सफलता मिली!'  
- इंदौर के साइबर क्राइम ब्रांच एसपी जितेंद्र सिंह ने छात्रों को अपने अनुभव सुनाए 
इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के इंडक्शन प्रोग्राम 'शुभारंभ 2019' के चौथे दिन की शुरुआत मां सरस्वती के पूजन एवं माल्यार्पण से हुई। इंदौर साइबर क्राइम ब्रांच के एसपी जितेंद्र सिंह ने छात्रों के बीच मुख्य अतिथि के रूप में अपना उद्बोधन दिया। उन्होंने कहा कि आज मैं आपके बीच सीनियर इंजीनियर के रूप में खड़ा हूं। एक इंजीनियर के लिए चारों तरफ की दिशाएं खुली रहती हैं। इंजीनियरिंग करने के बाद आप लोग किसी भी फील्ड में अपना कैरियर बना सकते हैं।
   बढ़ती तकनीक के कारण साइबर क्राइम जिस तरह से वर्तमान समय में बढ़ता जा रहा है उसको सजगता से पहचानना होगा। मोबाइल, इंटरनेट, वेबसाइट, सोशल मीडिया में अपना मोबाइल नंबर, मेल आईडी, व्यक्तिगत जानकारी को रजिस्टर करने से पहले उसे सतर्कता के साथ भली-भांति पढ़ने के बाद ही रजिस्टर करें। जब से टेक्नोलॉजी का उपयोग पुलिस विभाग में किया जाने लगा है तब से पुलिस को इन्वेस्टिकेशन करने व अपराधियों को पकड़ने में काफी सरलता के साथ सफलता मिली है। छात्रों के बीच अपराधियों को पकड़ने के साथ-साथ अपने कार्य क्षेत्र के अनुभव को साझा करते हुए सिंह ने यह भी बताया कि टेक्नोलॉजी का जितना यूज़ हो रहा है, उससे ज्यादा मिस यूज करने में लोग लगे हुए हैं। इसलिए उन से बचें जब भी आप बैंक एटीएम का यूज़ करें तब पिन इंटर करते समय आप ऊपर से एक हाथ रख लें, अगर बगल में कोई भी अंजान व्यक्ति खड़ा रहता है तो आप निःसंदेह उसे बाहर जाने के लिए बोल सकते हैं। गूगल में वेबसाइट, व प्ले स्टोर में फर्जी ऐप की ढेर लगा दी गई है। जिससे किसी भी कंपनी के डेटा के साथ लोगों के बैंक एकाउंट से संबंधित जानकारी को आसानी से हांसिल किया जा सकता हैं। इनकी टीम के पास पूरा दिन यही काम होता है, जो दिनभर में कई लोगों के बैंक अकाउंट से लाखों करोड़ों रुपए आसानी से अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं।
   मोबाइल पर बैंक से प्राप्त मैसेज को ध्यानपूर्वक पढ़ें मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी पासवर्ड जो 6 अंकों का होता है किसी को भी नहीं बताएं। मैसेज समझ में नहीं आने पर बैंक जाकर जानकारी लें। कभी-कभी आपके पास ऐसे भी फोन आते हैं कि आपका एटीएम कार्ड ब्लॉक हो गया है! आपके बैंक खाते को आधार कार्ड से लिंक करना करना पड़ेगा! आप अपने एटीएम कार्ड के 16 अंकों का नंबर बैधता दिनांक एटीएम कार्ड के पीछे लिखे नंबरों को बताने को कहा जाता है। मोबाइल पर लॉटरी लगने के नाम पर भी फर्जी फोन आते रहते हैं तो ऐसे फोन कॉल आने पर लालच में आकर अपना पैसा अज्ञात बैंक खाते में जमा न करें! 
 अज्ञान व्यक्तियों द्वारा लॉटरी के नाम पर ठगी किया जाता है कौन बनेगा करोड़पति प्रोग्राम, समाचार पत्र या मोबाइल पर इनाम जीतने के आकर्षक विज्ञापन दिए जाते हैं। ऐसे में को बोला जाता हैं कि आप इनाम जीत गए हैं और प्रारंभ में आपको पैसा जमा करने पर महंगे उपहार या रुपए प्राप्त होने की बात बताई जाती है तो ऐसे विज्ञापनों से बचना चाहिए! 
  'एज मेकर्स' के डायरेक्टर संदीप अत्रेय ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि कामयाबी वहां नहीं आती, जहां हम चाहते हैं कामयाबी वहां आती है जहां वह खुद जाना चाहती है। उन्होंने विद्यार्थियों को एक कहानी के माध्यम से समझाया कि किस प्रकार हम सभी इस विद्यार्थी जीवन की एक ट्रेन में सवार होकर चल पड़े हैं और हम सभी का स्टेशन आने की मंजिल अलग अलग है और हमारे बीतते समय के साथ हम अलग-अलग स्टेशनों पर बिछड़ते जाएंगे ,लेकिन हमें इस सफर में कड़ी मेहनत करते हुए आगे बढ़ना होगा, क्योंकि हमेशा जिंदगी वैसे नहीं चलती जैसा हम सोचते हैं। यदि हम हमारे मन में ठान ले तो हम हर काम बड़ी आसानी से कर सकते हैं लेकिन ठान बस लेने से ही वह काम पूरा नहीं होगा उसके लिए हमें बार-बार प्रयास करना पड़ेगा तब जाकर वहां सफल हो पाएगा। थॉट्स टेक्नोलॉजी से अर्चना शर्मा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि आपकी जिंदगी के 2 दिन सबसे महत्वपूर्ण होते हैं एक वह जिस दिन आप ने जन्म लिया और दूसरा वह जब आपको पता चलता है कि आपने इस दुनिया में जन्म क्यों लिया! उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों की कहानियों से बच्चों को जोड़ते हुए कई शिक्षाप्रद बातें कहीं। कार्यक्रम का संचालन सोनल जैन, हर्षित जैन, नेहा कुमारी ने किया। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ शैलेन्द्र सिंह खिंची द्वारा अतिथियों का आभार प्रकट किया गया।