शहर में प्लास्टिक के झंडों पर रोक
बनने और बिकने नहीं देगा प्रशासन
इंदौर। स्वतंत्रता दिवस पर 15 अगस्त को शहर में सैकड़ों स्थान पर झंडावंदन होगा। प्रशासन और नगर निगम ने बाजार में प्लास्टिक झंडे के निर्माण और बिक्री को रोकने का इंतजाम किया है। ऐसे झंडे बनाने वालों पर रोक की कार्रवाई करने के लिए एक टीम अगले सप्ताह बाजार में निकलेगी। टीम में जिला प्रशासन व नगर निगम की टीम शामिल रहेगी।
नगर निगम का स्वच्छता अभियान इन दिनों जोरों पर जीरो टालरेंस पर काम कर रहा है। इसके तहत प्लास्टिक की बिक्री व खरीदी पूरी तरह प्रतिबंधित की गई है। स्वतंत्रता दिवस पर बड़े पैमाने पर प्लास्टिक झंडे की बिक्री होती है। छोटे झंडे का निर्माण प्लास्टिक के किया जाता है, जो बाजार में दो से तीन रुपए नग में बेचे जाते हैं। कई बार सामाजिक संस्थाएं प्लास्टिक के बड़े झंडे का उपयोग कर लेती है। राजबाड़ा व उसके आसपास बड़ी संख्या में झंडे निर्माता व विक्रेता मौजूद हैं। दुकानदार सालभर झंडे विक्रय करते हैं। इस बार प्लास्टिक झंडे के निर्माण व बिक्री पर जिला प्रशासन व निगम कड़ा रुख अख्तियार करने जा रहा है। इसके तहत अगले सप्ताह पांच सदस्यीय टीम बाजार में निकलेगी। टीम बाजार में निकलकर उन दुकानों तक पहुंचेगी, जो इसके विक्रेता व निर्माता हैं। दुकानों का निरीक्षण करने के बाद उन पर कार्रवाई की जाएगी। निगम डिस्पोजल ग्लास व अन्य सामग्री की बिक्री रोकने के लिए भी लगातार प्रयास कर रहा है। बर्तन बैंक खोलना इसी कड़ी का हिस्सा है। होली पर भी निगम ने रंगों को प्लास्टिक की थैली में भरने पर रोक लगाई थी, जिसमें उसे आंशिक सफलता मिली थी। 15 अगस्त को स्कूलों के आसपास झंडे बेचने वाले आते हैं। ऐसे लोगों से भी जानकारी ली जाएगी कि वे बेचने के लिए झंडे कहाँ से लाए हैं। झंडे की जानकारी देने पर दुकानदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।