संजय सेतु पर राखी की दुकान लगने  का रास्ता खुला, रसीदें काटी गई    
संजय सेतु पर राखी की दुकान लगने 

का रास्ता खुला, रसीदें काटी गई 

  इंदौर। रक्षाबंधन पर संजय सेतु पर लगने वाली राखी दुकानों को लेकर लंबे समय से चल रहे सारे कयासों पर विराम लग गया। निगम आयुक्त आशीष सिंह और व्यापारियों ने बातचीत की। इसमें सहमति बनी की संजय सेतु पर राखी की 51 दुकानें लगाई जाएगी। निगम के इस आदेश से व्यापारियों के उदास चेहरे पर खुशियां लौट आई और उन्होंने हाथोहाथ निगम को रसीद कटा दी। 

  दो सप्ताह से दुकानों के लिए संघर्ष कर रहे गरीबों की सुनवाई आखिरकार हो गई। हालांकि, समय कम बचा है लेकिन फिर भी समय रहते दुकानें लग जाएंगी तो दुकानदारों को फायदा होगा। यहां दुकान लगाने को लेकर नेतागिरी हो रही थी। कुछ छुटभैये नेता सक्रिय हो गए और निगम अफसरों को चेतावनी जारी कर दी गई कि दुकानें लगाकर दिखाएं। इसके बाद पुलिस ने हस्तक्षेप कर अस्थायी दुकानों को लगाया। इस बार भी 2 से 16 अगस्त तक दुकानें लगाने की अनुमति मांगी गई थी, लेकिन राजनीतिक पेंच फंस गया था। दुकानदार सालों से यहां कारोबार करते आ रहे हैं, जिनका हक मारने की कोशिश की गई थी। इसलिए वे अपनी पीड़ा लेकर महापौर के पास पहुंचे थे। इनके दस्तावेज देखने के बाद 1121 रुपए की 51 रसीदें काटना शुरू कर दी। अब ये खुद ही अस्थायी  दुकानें लगा लेंगे।
  रसीद कटने के बाद दुकानें लगने लगी थी। इस दौरान कुछ असामाजिक तत्व पहुंचे और रंगदारी दिखाने लगे। इस पर दुकानदारों ने निगम की रसीद बताई तो वे मानने को तैयार नहीं थे। इसकी जानकारी लगते ही पीडि़तों के साथ पुलिसकर्मी पहुंचे और खुद की मौजूदगी में दुकानें लगवाई। वहीं, पुलिस को देख असामाजिक तत्व रवाना हो गए। रसीद कटवाने के बाद अब दुकानदार खुद ही अस्थायी दुकानें लगा लेंगे। निगम के निर्णय के बाद से ही जो नए लोग अस्थायी दुकानें लगाना चाहते थे, उन्हें अनुमति नहीं मिल सकी।