राशन दुकानों पर 15 अगस्त से केरोसिन मिलना बंद!  

 




राशन दुकानों पर 15 अगस्त से केरोसिन मिलना बंद!

 इंदौर। स्वतंत्रता दिवस 15 से शहर के सभी राशन दुकानों से केरोसिन का वितरण बंद कर दिया जाएगा। इससे केरोसिन की कालाबाजारी रोकने में काफी हद तक मदद मिल सकेगी। शहर में केरोसिन की कालाबाजारी हर माह 1 से डेढ़ लाख लीटर की होती है।

  खाद्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि कुछ साल पहले शहर की 308 कंट्रोल दुकानों पर करीब 4 लाख लीटर केरोसिन वितरित किया जाता था। धीरे-धीरे इसकी संख्या में कमी आती गई। अधिकांश उपभोक्ता गैस कनेक्शनधारी होने से उनका नाम वितरण सूची से हटा दिया गया। इसके बाद वर्तमान में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले तथा अति गरीब की श्रेणी के उपभोक्ताओं को 2 लाख लीटर केरोसिन प्रतिमाह दिया जाने लगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उज्जवला योजना के तहत बड़े पैमाने पर गरीबों को सस्ते दामों में कनेक्शन उपलब्ध कराए हैं, इससे भी केरोसिन लेने वाले उपभोक्ताओं में कमी आने लगी है। निर्धारित मात्रा में केरोसिन आने के बाद कंट्रोल दुकान का सेल्समेन उसे उपभोक्ताओं को न बांटते हुए सीधे ब्लैक में अन्यत्र बेचकर तगड़ा लाभ कमाता है। सूत्रों ने बताया कि शहर में केरोसिन की कालाबाजारी हर माह 1 से डेढ़ लाख लीटर की होती है। 

40 फीसदी हिस्सा 
  कालाबाजारी से बेचे जाने के बाद जो राशि सेल्समेन को मिलती है, उसमें से 40 फीसदी हिस्सा विभाग के पास जाता है। यही कारण है कि विभाग कंट्रोल दुकानों पर छापामार कार्रवाई नहीं करता। यदा कदा कार्रवाई करने के दौरान केरोसिन जब्त नहीं किया जाता। आश्चर्य की बात है कि 300 से अधिक कंट्रोल दुकानें होने के बावजूद किसी पर भी कार्रवाई नहीं होती। जबकि, अधिकांश नियमों को परे रख अनाज वितरण कर रहे हैं। इसके जानकारी विभागीय अधिकारियों को होने के बावजूद वे चुप्पी साधे बैठे हैं। दिनभर कार्यालय में बैठकर चाय की चुस्की व गप्पे मारकर समय निकाल रहे हैं।