-- राखी के दिन पर दोनों जेलें खुलेंगी   झंडावंदन के बाद बँघेंगी राखियां   

-- राखी के दिन पर दोनों जेलें खुलेंगी  


झंडावंदन के बाद बँघेंगी राखियां 
इंदौर। शहर के दोनों जेल सेंट्रल व सीआई शासकीय अवकाश के दिन बंद रहती है। यहां किसी भी प्रकार की मुलाकात कैदियों से इस दिन नहीं होती, लेकिन वर्षों बाद ऐसा संयोग बन रहा है राष्ट्रीय अवकाश के दिन भी नियमित रुप से दिनभर खुली रहेगी। 

  सेंट्रल जेल के अधीक्षक संतोष सोलंकी ने बताया कि 15 अगस्त को राष्ट्रीय अवकाश के दिन जेल बंद रहती है। कर्मचारी और अफसर भी अवकाश पर रहते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। इसकी मुख्य वजह रक्षाबंधन और 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस एक ही दिन पड़ना है। रक्षाबंधन पर सरकारी आदेश के मुताबिक सुबह से देर शाम तक राखी बांधने का सिलसिला चलता रहता है। कई बहनें अपने कैदी भाई को राखी बांधने दूसरे शहरों से भी आती है। बहनों की  सुविधाओं को देखते हुए सुबह 8 से शाम 6 बजे तक मुलाकात की विशेष व्यवस्था रहती है। जेल प्रशासन अपनी तरफ से भी व्यवस्थाएं जुटाता है।   उधर, 15 अगस्त को जेल में झंडावंदन के साथ कैदियों को विशेष भोजन के साथ मिठाई भी परोसी जाती है। कई कैदी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रंगारंग प्रस्तुति देते हैं। इस बार विशेष संयोग बन रहा है। जेल में झंडावंदन प्रभारी एवं गृह मंत्री बाला बच्चन करेंगे। जेलों में सुबह आठ बजे झंडावंदन कार्यक्रम होगा। इसके तुरंत बाद जेल में कैदियों को राखी बांधने की व्यवस्था की जाएगी। शाम तक यह सिलसिला चलेगा। कैदी को जेल की तरफ से झंडावंदन के बाद मिठार्ई तथा बहनों की मिठाई का स्वाद भी मिलेगा। भाइयों ने भी इस पर्व की खुशी में शामिल होने के लिए अपने स्तर पर बहनों को गिफ्ट देने की तैयारी कर ली है।    
  जेल में बंद 20 कैदियों को हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सजा माफी दी जाकर उन्हें रिहा किया जाएगा। इसमें वे कैदी शामिल हैं, जो आजन्म कारावास की सजा भुगतते हुए 12 से 14 साल जेल में बिता चुके हैं। ऐसे कैदी घर जाकर राखी के  पर्व की खुशी दोगुनी कर सके, इसके लिए उनकी रिहाई भी सुबह 8 बजे से कर दी जाएगी। रिहाई संबंधी सारी औपचारिकताएं एक दिन 14 अगस्त की रात तक पूरी कर ली जाएगी। रिहा होने वाले अधिकांश कैदी झाबुआ, धार, उज्जैन, देवास, खरगोन के हैं। इन शहरों तक कुछ घंटों में पहुंचा जा सकता है। सुबह कैदी रिहा होने के बाद दोपहर तक घर पहुंचकर परिवार की खुशियों में शामिल हो सकेगा। कोशिश रहेगी कि कैदियों को एक घंटे में रिहा कर दिया जाए।