लोगों को गोल्ड बिटकॉइन के ज्यादा ब्याज  के नाम पर ठगने वाले को गिरफ्तार किया 
लोगों को गोल्ड बिटकॉइन के ज्यादा ब्याज 

के नाम पर ठगने वाले को गिरफ्तार किया

  इंदौर। धन दुगना करने व अधिक ब्याज का लालच देकर गोल्ड बिटकॉईन के नाम पर लाखों की धोखाधडी के इनामी आरोपी को इंदौर में एसटीएसफ़ ने पकड़ लिया। पकड़े गए आरोपी का नाम अनुराग अग्रवाल पिता मोहनलाल अग्रवाल है। एसपी एटीएस इंदौर पद्मविलोचन शुक्ला ने बताया कि सहायक उप निरीक्षक अमित दीक्षित को सूचना मिली थी कि गोल्ड बिटकॉईन के नाम पर कई लोगों के साथ धोखाधडी करने वाला आरोपी अनुराग अग्रवाल इन्दौर के निपानिया क्षेत्र में रह रहा है।
  इस पर उसे निपानिया क्षेत्र के अपोलो डीबी सिटी से पकड़ा गया। आरोपी अनुराग के विरूद्व थाना कम्पू जिला ग्वालियर के धारा 420 भादवि में प्रकरण पंजीबद्व कर विवेचना के लिए प्रकरण एसटीएफ ग्वालियर को सुपुर्द किया गया था। एसपी ने बताया कि आरोपी अनुराग अग्रवाल द्वारा अपने साथियों के साथ गोल्ड यूनियन कॉईन के नाम की वेबसाईट के माध्यम से कई लोगो के साथ इस अवैद्य कारोबार को अंजाम देते हुए लाखों रूपयें की धोखाधडी की गई थी। आरोपियों द्वारा कई लोगो को 3 माह 6 माह तथा 12 माह के लिए राशि निवेश कराई जाकर प्रतिदिन 0.8 प्रतिशत की दर से बढोतरी होने एवं अन्य लोगो को इस योजना में जोडने पर उनके निवेश राशि का 4 प्रतिशत गोल्डकॉईन मिलने एवं बहुत ही कम समय में राशि दोगुना होने का प्रलोभन दिया जाता था। आरोपी अनुराग द्वारा स्वयं के एचडीएफसी बैंक एवं आयसीआयसीआय बैंक के खातो का उपयोग लोगो से राशि प्राप्त किए जाने के लिए किया गया, जिसमें लगभग 40-45 लाख रूपयें का ट्रांजेक्शन होना पाया गया है।
   उल्लेखनीय है कि थाना एसटीएफ भोपाल में पंजीबद्व धारा 420 भादवि में भी आरोपी अनुराग अग्रवाल की भूमिका चिन्हित हुई है जिसमें इस वेबसाईट एवं इस योजना के प्रमुख कर्ताधर्ता ब्रजेश रायकवार सीमा रायकवार निवासी जबलपुर एवं वेबसाईट के कार्य देखने वाले आस्ट्रेलिया निवासी व्यक्ति को एसटीएफ भोपाल द्वारा गिरफ्तार किया गया था। आरोपी अनुराग को एसटीएफ इकाई ग्वालियर के सुपुर्द किया गया है जहां आरोपी को विधिवत गिरफतार किया जाकर न्यायालय पेश करने पर 4 दिन का पुलिस रिमाण्ड स्वीकृत किया गया है। आरोपी उच्च शिक्षित होकर भोपाल जयपुर गुडगांव इत्यादि स्थानों पर कई मल्टीनेशनल कम्पनी में अपनी सेवाएं दे चुका है। वर्तमान में सतगुरू परिणय विजय नगर इन्दौर स्थित एक बीमा कम्पनी में डेवलपमेन्ट अधिकारी का काम कर रहा था।