एक सितम्बर से कंट्रोल दुकानों पर केरोसिन बंद!
एक सितम्बर से कंट्रोल दुकानों पर केरोसिन बंद!

  इंदौर। शहर में संचालित होने वाले 308 कंट्रोल दुकानों पर अब केरोसिन वितरण बंद हो जाएगा। इससे उपभोक्ताओं को जहां आर्थिक बचत होगी, वहीं सेल्समेन द्वारा की जाने वाली कालाबाजारी पर भी अंकुश लग सकेगा। केरोसिन का वितरण आगामी एक सितम्बर से बंद कर दिया जाएगा। 

  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पदभार संभालने के बाद गरीब परिवारों को लाभ देने के लिए 'उज्जवला योजना' शुरू की थी। इस योजना के तहत जिले में हजारों लोगों को गैस कनेक्शन मिले हैं। एक अनुमान के मुताबिक 98 प्रतिशत लोगों के घर गैस कनेक्शन पहुंच चुके हैं। दो प्रतिशत लोग झुग्गी झोपड़ी व स्लम बस्ती के लोग हैं, जो कोयला, लकड़ी व केरोसिन का उपयोग कर भोजन पका रहे हैं। 98 प्रतिशत में से भी कई उपभोक्ता कंट्रोल दुकानों से सस्ते दामों पर अनाज के साथ केरोसिन खरीदते हैं। कुछ उपभोक्ता केरोसिन नहीं लेते। कंट्रोल सेल्समेन इस केरोसिन को आटो रिक्शा व ढाबा वालों को महंगे दामों में बेचक जमकर चांदी काटते हैं। इस तरह की कालाबाजारी की शिकायत खाद्य विभाग को होने के बाद भी वह कार्रवाई नहीं कर पाता। खाद्य विभाग के कई निरीक्षकों की कंट्रोल दुकानदारों से साठगांठ होने के कारण सेल्समेनों के हौंसले बढ़ गए हैं। वर्तमान में शहर को 3 लाख लीटर केरोसिन का आवंटन किया जाता है, जिसमें से मात्र 25 हजार लीटर केरोसिन ही उपभोक्ताओं के घर तक पहुंचता है। शेष कालाबाजारी की भेंट चढ़ जाता है। अब एक सितम्बर से केरोसिन का वितरण बंद कर दिया जाएगा। 
अनाज कोटा बढ़ेगा 
  केरोसिन बंद करने के बाद खाद्य विभाग उपभोक्ताओं को राहत देने की कोशिश में है। अनाज का कोटा कंट्रोल दुकानों पर बढ़ा दिया जाएगा, जिससे यह शिकायत नहीं रहेगी कि उपभोक्ता को अनाज नहीं मिला। कोटा बढऩे से सेल्समेन को भी फायदा होगा।