के लिए जमीन का रास्ता साफ!
इंदौर। शहर के लोगों को कुछ सालों में मेट्रो ट्रेन की सौगात मिलने वाली है! इसके लिए नगर निगम तेजी से कर रहा है। एमआर-10 पर सड़क के बीच मेट्रो ट्रेन के लिए जगह अधिग्रहित कर ली गई है। अभी तक मेट्रो डिपो के लिए जमीन का संकट मंडरा रहा था, जो अब केन्द्र सरकार ने दूर कर दिया है। सुपर कारीडोर पर मेट्रो के डिपो के लिए 22 एकड़ जमीन देने का रास्ता साफ हो गया है।
मेट्रो का काम तो करीब छह महीने पहले शुरू हो गया था, लेकिन इसके डिपो के लिए आवश्यक जमीन के लिए स्वीकृति अब मिली है। गांधीनगर एव सुपर कारीडोर से लगी 22 एकड़ जमीन मेट्रो परियोजना को सौंपे जाने को लेकर वन मंत्रालय से सहमति मिल गई। करीब डेढ़ साल से यह प्रक्रिया चल रही थी! इसे लेकर प्रशासन व वन विभाग ने प्रस्ताव मंत्रालय को भेज दिया था, जिस पर अब जाकर मोहर लग गई है। सुपर कॉरिडोर पर टीसीएस और इंफोसिस के बाद मेट्रो प्रोजेक्ट का डिपो शुरू होना बड़ी उपलब्धि होगी। अधिकारियों के मुताबिक, इस डिपो में हजारों लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
प्रस्ताव पर मोहर लगने के बाद 22 एकड़ जमीन के बदले किसी अन्य स्थान पर जमीन की तलाश भी शुरू कर दी है। शीघ्र ही जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। प्रक्रिया शुरू होने के बाद टैंडर निकालकर डिपो का काम शुरू कराया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि डिपो निर्माण की समयसीमा एक साल निर्धारित की जाएगी।
धार्मिक स्थल शिफ्ट होंगे
मुताबिक प्रस्ताव में जमीन पर दो धार्मिक स्थलों का जिक्र किया गया था। इसके चलते मंत्रालय ने जमीन डिपो को सौंपे जाने के साथ ही दोनों धार्मिक स्थलों को शिफ्टिंग की जिम्मेदारी भी प्रशासन को दी। इसके लिए अब सुपर कॉरिडोर के आसपास राजस्व विभाग की जमीन की तलाश की जा रही है।
धार्मिक स्थल शिफ्ट होंगे
मुताबिक प्रस्ताव में जमीन पर दो धार्मिक स्थलों का जिक्र किया गया था। इसके चलते मंत्रालय ने जमीन डिपो को सौंपे जाने के साथ ही दोनों धार्मिक स्थलों को शिफ्टिंग की जिम्मेदारी भी प्रशासन को दी। इसके लिए अब सुपर कॉरिडोर के आसपास राजस्व विभाग की जमीन की तलाश की जा रही है।