प्रधानमंत्री आवास योजना ही गरीबों के लिए मुसीबत बनी!  
प्रधानमंत्री आवास योजना ही गरीबों के लिए मुसीबत बनी! 

इंदौर। प्रधानमंत्री आवास योजना वैसे तो आम जनता और खासकर गरीबों के लिए कारगर साबित है। लेकिन, वास्तव में गरीबों को पहले राशि जमा करने के बाद जब किस्त देने का मामला आता है, तब थोड़ी परेशानी नजर आने लगी है। अब हालत यह है कि कई लोगों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान आवंटित होने के बाद शुरुआत में तो राशि का भुगतान कर दिया था। लेकिन, अब किस्त नहीं चुका पा रहे हैं। 

   नगर निगम की आर्थिक स्थिति भी लगातार खराब होती जा रही है। बताया जाता है कि गरीबों का आवास देने की मंशा को लेकर तैयार की गई प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोगों को फ्लैट आवंटित कर दिए गए। लेकिन, जब पहली राशि जमा हुई और उसके बाद जब किस्त जारी हुई तो प्राधिकरण के साथ तो नगर निगम के सामने मुसीबत खड़ी हो गई। क्योंकि, अब आगे की क़िस्त गरीब लोग चुकाने को तैयार नहीं है। उन्हें कई बार नोटिस भी जारी किए जा चुके हैं। बड़ी मात्रा में फ्लैट वन, टू और थ्री बीएचके बनाकर आवंटित कर दिए गए थे! बांगड़दा और देवगुराड़िया में भी फ्लैट तैयार हो गए, लेकिन कोई फ्लैट लेने को तैयार नहीं है। निगम के सामने भी बदली स्थिति को लेकर कोई जानकारी नहीं है। कुछ लोगों ने फ्लैट आवंटन तो ले लिया, पर अब उनकी स्थिति क़िस्त भरने की नहीं है। स्थिति ऐसी बनी हुई है कि कोई भी फ्लैटों की कीमत 7 लाख 16 लाख ओर 20 लाख जमा करने की स्थिति में दिखाई नहीं दे रहा। शुरुआत में जिन कई इलाकों में बुकिंग हुई और लोगों ने फ्लैट लिए थे, वहां शुरुआत में तो भुगतान कर दिया, पर अब उन्हें दिक्कत आ रही है। उन्हें नगर निगम की से नोटिस भी जारी किया गया है। उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है ऐसे में कहा जा सकता है कि प्रधानमंत्री आवास योजना भी गरीब के लिए मुसीबत बनती जा रही है।