बरसात में देरी से किसान परेशान 
बोवनी के बाद अंकुरण सूखने लगा

बरसात में देरी से किसान परेशान

 इंदौर। जिले के अधिकांश हिस्से में पिछले कुछ दिनों से बारिश की खेंच से किसान चिंतित हैं। कुछ स्थानों पर फसल सूखने लगी है। जल्द बारिश नहीं हुई तो फसलों पर इसका विपरीत प्रभाव हो सकता है। बरसात की शुरुआत में 14 इंच बरसात से किसानों की उम्मीद बंधी थी! लेकिन, उसके बाद 15 दिन की लम्बी खेंच से बौनी के बाद की स्थिति बिगड़ने लगी है। 

  कृषि विभाग के अनुसार फिलहाल फसलों की स्थिति ठीक है। अच्छी खबर यह है कि मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आने वाले दो-तीन दिन में बारिश होने का अनुमान है। इन सबके बीच किसानों को बारिश इंतजार है। उल्लेखनीय है कि जिले में खरीफ सीजन में चार लाख हेक्टेयर में विभिन्ना फसलों की बोवनी हुई है। अधिकांश रकबे में कपास, सोयाबीन व मक्का की फसल है।  जानकारों के अनुसार सोयाबीन व मक्का की फसल को पानी की जरूरत है। जल्द ही बारिश नहीं हुई तो फसल चौपट हो जाएगी। ग्राम पिपल्याबावड़ी के दीपक पिता रघु ने बताया कि बारिश नहीं होने से वे फसलों को लेकर चिंतित है। कृषि अनुसंधान केंद्र के वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह दी कि सोयाबीन की फसल में सूखे की स्थिति में भूमि की नमी को संरक्षित करने के लिए डोरा या कोल्पा चलाएं। जैविक पलवार (मल्चिंग) का प्रयोग करें। अधिक समय तक वर्षा न होने पर सुविधानुसार सिंचाई की व्यवस्था करें। कृषि विभाग के अधिकारी व कृषि वैज्ञानिक लगतार फसलों का निरीक्षण कर रहे हैं।