हजारों ग्रामीण, किसानों के साथ भाजपा ने निकाली कर्ज माफी व अन्य मुद्दों पर रैली

सत्ता जाने के बाद भाजपा का बड़ा आंदोलन, विजयवर्गीय गुट ने दिखाई ताकत


इंदौर। 15 साल सत्ता में रहने के बाद भाजपा अब विपक्ष में है और लगातार कमलनाथ सरकार पर हमले कर रही है। आज भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के नेतृत्व में शहर में25 हजार ग्रामीण किसानों के साथ आक्रोश रैली निकाली गई। हजारों ट्रैक्टरों में सवार किसान रैली स्थल पर पहुंचे। राजमोहल्ला से शुरू हुईटैली कलेक्टर कार्यालय पहुंची, जहां बड़ा धरना दिया गया।



बंगाल में भाजपा को विजयी पताका फहराने के बाद राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपने शहर में कमलनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए विशाल आक्रोश रैली निकाली जिसमें तीन हजार से अधिक ट्रैक्टरों में सवार हजारों किसान रैली स्थल पर पहुंचे। किसानों के साथ ही ग्रामीण विधानसभाओं के साथ-साथ शहरी विधानसभाओं के नेता भी अपने-अपने समर्थकों के जत्थों के साथ उक्त रैली में पहुंचे। बिजली कटौती, कर्जमाफी के साथ अन्य मुद्दों भाजपा पर कमलनाथ सरकार को घेरते हुए यह सरकार आक्रोश रैली निकाली गई। विजयवर्गीय के साथ विधायक रमेश मेंदोला, मालिनी गौड़, किसानों आकाश विजयवर्गीय, पूर्व विधायक सुदर्शन किया गुप्ता, गोपी नेमा, कृष्णमुरारी मोशे, ही जयपालसिंह चावड़ा, अशोक सोमानी, मनस्वी विजयवर्गीय पाटीदार, बाबूसिंह रघुवंशी, आकाश साल विजयवर्गीय, सोनू गर, अभिषेक बबलू जानबूझकर शर्मा, विनोद खंडेलवाल, ऋषि सन्जा, सनी परेशान टूटेजा, मयूरेश पिंगले सहित अनेक वरिष्ठ विजयवर्गीय भाजपा नेता मौजूद थे। विजयवर्गीय कमलनाथ |सरकार पर किसानों के साथ छल, कपट का |आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव के दौरान किसानों की कर्जमाफी का जो वादा सरकार ने भी सुदर्शन किया था वो पूरी तरह से झूला निकला। साथ ही प्रदेशभर में हो रही बिजली कटौती पर भी बहाने विजयवर्गीय ने निशाना साधते हुए कहा कि 15 मौका आकाश साल पुराना बंटाधार युग फिर लौट आया है। सहित बबलू जानबूझकर यह कटौती की जा रही है। जनता हरिनारायण सनी परेशान हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। 


विजयवर्गीय समर्थकों ने राजमोहल्ला से लेकर कलेक्टर ऑफिस तक हजारों स्वागत लगाए हैं। बम्बई आजार में विजयवगॉथ समर्थक राजेश ठाकुर व साजिद रायल ने मंच के साथ एक विवादास्पद फोटो लगा दिया था जिसमें विजयवर्गीय के हाथों में शेर दर्शाया गया शेर की जगह बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का फोटो ला दिया गया था जिस पर प्रशासन को आपत्ति के बाद उसको हटा दिया गया।