नवरात्रि पर्व प्रारंभ, बंद मंदिरों
में पुजारियों ने ही पूजा पाठ की
इंदौर। चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो गई। लेकिन, कोरोना वायरस के खतरे के चलते शहर के लगभग सभी छोटे-बड़े मंदिर बंद हो चुके हैं। लॉकडाउन के कारण भक्त मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए नहीं जा सके। ऐसे में वे नवरात्रि के दौरान घरों में ही मां की आराधना कर रहे हैं। सुबह मंदिरों में पूजा-अर्चना सिर्फ पुजारियों द्वारा की गई।
बिजासन माता मंदिर में सजने वाला मेला भी इस वर्ष नहीं लगा। वहीं, कई पुजारियों ने भक्तों से आग्रह किया है कि भक्त घर से नवरात्रि का पर्व मनाएं। शुभ मुहूर्त में घरों में घट स्थापना कर घर में ही रहकर दुर्गा सप्तशती आदि पाठ करें। नवरात्रि के साथ ही बुधवार से गुड़ी पड़वा से हिंदू नववर्ष की भी शुरुआत हो गई। लोगों ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर नूतन वर्ष के पहले दिन की अगवानी की। घट स्थापना के वैसे तो दिनभर मुहूर्त हैं, लेकिन सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त सुबह 6.26 से 7.28 व 10.59 से 11.6 तक रहा। इधर, महाराष्ट्रीयन परिवारों में भी गुड़ी पड़वा पर्व को लेकर उत्साह है, लेकिन सभी घरों में बंद हैं। बुधवार को इन परिवारों में गुड़ी बांधी। इसके साथ ही घरों में कई व्यंजन भी बनाए जा रहे हैं।
मंदिरों में साज-सज्जा
मंदिरों में साज-सज्जा
बिजासन माता मंदिर, श्री श्री विद्याधाम, हरसिद्धि माता मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर सहित अन्य माता मंदिरों में शुभ मुहूर्त में घट स्थापना की गई। मंदिरों में माताजी का भव्य श्रृंगार भी किया गया। हालांकि, मंदिरों के पट भक्तों के लिए बंद रहे। इधर, कालका माता मंदिर, खजराना में नवरात्रि में माता की प्रतिमा का कई लीटर दूध से अभिषेक किया गया।