गीता भवन क्षेत्र के अवैध होस्टलों को निगम गिराएगा! ![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhRH1byeC6Xd1_zF68KmGyPO16dSfY3ba2FqHthV5q2XsLLle7tOm4NisxwYUSk-unFdtwOW7jWLcrMK0X7_IXpFQHTrUuP4mI8Ddd71H2KfuGq4ofw4YS0mb9eVAitmIvzALivVnOewEY/)
इंदौर। शहर में बड़े पैमाने पर रहवासी क्षेत्रों में अवैध होस्टल संचालित हो रहे हैं। इन होस्टलों की सूची तैयार कर उन्हें जमींदोज करने का काम निगम शीघ्र शुरू करेगा। रहवासी क्षेत्रों में व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति कैसे मिली इस पर भी सवालिया निशान लगने लगे हैं। शहर के गीताभवन क्षेत्र में संचालित 150 से ज्यादा होस्टलों की शिकायत नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धनसिंह तक पहुंचने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
शिकायत के अनुसार पुराने निर्माणों को नगर निगम भले ही कंपाउंडिंग करके वैध कर दे, लेकिन नए होस्टल या निर्माणाधीन होस्टलों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई होना चाहिए, जिससे निगम परहेज कर रहा है। शिकायतकर्ता के अनुसार, शांतिनगर के होस्टल उदय, सजनश्री, मंगल होस्टल, सेवा सरदार नगर के डलसी डोम, मायादेवी, कैलाश पार्क कालोनी के भाग्यश्री गर्ल्स होस्टल, भाग्यलक्ष्मी गर्ल्स होस्टल, समर्थ होस्टल, संस्कार होस्टल, मनोरमागंज स्थित तिरुपति होस्टल, महावीर परिहार होस्टल सहित आसपास जितने भी होस्टल हैं, उनकी अनुमति संबंधी दस्तावेजों की जांच होना चाहिए। गीताभवन, बख्तावरराम नगर, लालाराम नगर सहित गीताभवन क्षेत्र में जो भी नए होस्टल बने हैं या बन रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाना चाहिए। इस क्षेत्र में 150 से अधिक होस्टल संचालित हो रहे हैं। लोगों ने अपने घरों में होस्टल बना दिया है। व्यावसायिक उपयोग हो रहा है। बिना किसी अनुमति के, इस तरह का नियंत्रण नहीं है।